यूपी के कबाड़ी की 10 करोड़ की सम्पत्ति जब्त, 250 पुलिसकर्मियों ने की थी घेराबंदी
यह हैरान करने और चौंकाने वाली खबर है कि एक व्यक्ति काम तो कबाड़ी का करता है लेकिन उसने करोड़ों की सम्पत्ति अर्जित की है। उसके परिजनों के नाम कितनी बेनामी सम्पत्ति है उसका खुलासा होना अभी बाकी है। उत्तर प्रदेश पुलिस ने पश्चिमी उत्तर प्रदेश के मेरठ में नामी कबाड़ियों में शामिल सबसे बड़े माफिया, कबाड़ी हाजी इकबाल की 10 करोड़ की संपत्ति जब्त की है।
लूट और चोरी के वाहनों को ठिकाने लगाकर करोड़ों की अवैध संपत्ति खड़ी करने वाला इकबाल गैंगस्टर एक्ट में मेरठ जेल में बंद है। मेरठ के सोतीगंज का यह कबाड़ी पिछले 25 साल से चोरी के वाहन खरीदने का अवैध कारोबार था। इकबाल कबाड़ी और इसके बेटों पर चोरी के वाहन खरीदने, वाहन काटने व बेचने संबंधी 17 मुकदमे दर्ज हैं। हाल में हुई छापामारी में उसके गोदामों से 25 से अधिक वाहनों के इंजन बरामद किए गए थे। हाजी इकबाल का सोतीगंज में वाहन काटने के गोदाम है। देहली गेट क्षेत्र के पटेलनगर में भी इस कबाड़ी ने अपने परिवार के नाम से 5 करोड़ में कोठी खरीदी। पुलिस के मुताबिक हाजी इकबाल का दिल्ली, हरियाणा व वेस्ट यूपी से चोरी व लूट के वाहनों को अलग.अलग स्थानों व गोदामों पर काटता था।
एसएसपी प्रभाकर चौधरी ने कबाड़ी की संपत्ति की जांच कराई तो सामने आया कि कबाड़ी हाजी गल्ला के बाद दूसरा सबसे बड़ा कबाड़ी है। जिसने अवैध तरीके से करोड़ों की संपत्ति खड़ी कर ली है। पुलिस को 2 कोठियों के बारे में जानकारी मिली। दोनों पटेलनगर में हैं। इसमें 3 मंजिला एक कोठी की कीमत आठ करोड़ और दूसरी कोठी की कीमत 2 करोड़ रुपए आंकी गई है।
गौरतलब है कि मेरठ में चोरी व लूट का सामान खरीदने वाले कुख्यात शरद गोस्वामी, मुन्नू कबाड़ी, हाजी गल्ला कबाड़ी की अभी तक 15 करोड़ रुपए की अवैध संपत्ति पुलिस जब्त कर चुकी है। पिछले दिनों हाजी गल्ला को जब पुलिस ने रिमांड पर लिया। तो उसने ही पुलिस को हाजी इकबाल के बारे में बताया था। अभी तक कबाड़ियों की 25 करोड़ रुपए की संपत्ति जब्त की जा चुकी है। 17 अक्टूबर को आपीएस अधिकारी सूरज राय ने मेरठ में वेस्ट यूपी के सबसे बड़े कबाड़ी हाजी गल्ला की 9 करोड़ की कोठी, प्लॉट, गोदाम जब्त किए थे।