सावधान! हरिद्वार-देहरादून के बीच रेल कोच का दरवाजा बंद रखें
अगर आप हरिद्वार-देहरादून के बीच चलने वाली ट्रेन में सफर कर रहे हैं तो रेल कोच के दरवाजें बंद रखें। दरवाजे खुले होने या बीच में सिग्नल न मिलने के कारण ट्रेन रूकने पर वन क्षेत्र में जंगली जानवर ट्रेन में घुस सकते हैं। राजाजी टाईगर रिजर्व में पार्क प्रबंधन बाघ जैसे अन्य जीवों की संख्या बढ़ाने की दिशा में काम कर रहा है। इसलिए पार्क प्रबंधन की ओर से कहा गया है कि नेशलन पार्क के क्षेत्र से गुजरने वाली ट्रेनों के कोच के दरवाजेे बंद रखे जाएं। बीच में ट्रेन रुकने पर कोच के अंदर जंगली जानवर भी आ सकतेे हैं। वन्यजीव बाहुल्य राजाजी टाइगर रिजर्व गुजरने वाले रेलवे ट्रेक पर ट्रेन की स्पीड भी मात्र 35 किलोमीटर प्रतिघंटा रहती है। इसलिए यात्रियों की सुरक्षा के लिए आवश्यक कदम उठाये जाने जरूरी हैं। पार्क से गुजरने वाले ट्रेक पर पहले केवल हाथी आते थे। लेकिन अब कहीं भी बाघ दिखाई दे सकता है। इसीलिए राजाजी नेशनल पार्क प्रबंधन ने रेलवे को सचेत किया है कि पार्क से गुजरने वाली सभी ट्रेनों के कोच का दरवाजा बंद रखें। रेल लाइन की पेट्रोलिंग और उस पर काम करने वाले कर्मचारियों को भी सतर्क करने को कहा गया है। दूसरी ओर प्राकृतिक नजारे के साथ वन्यजीवों के दीदार के लिए रेल प्रशासन ने नई दिल्ली से देहरादून जाने वाली शताब्दी एक्सप्रेस में एक विस्टाडोम कोच लगाने की योजना बनाई है। इस कोच की छत व बाडी पारदर्शी बनाई गई है। कोच की सीट को चारों ओर घुमाने की व्यवस्था है। ट्रेन के पार्क से गुजरने के समय यात्री प्राकृतिक नजारे के साथ वन्यजीव को देख सकते हैं इसी तरह से नई दिल्ली से काठगोदाम जाने वाली शताब्दी में भी विस्टाडोम कोच लगाने की योजना है।