सीबीआई ढूंढ रही थी एम्स स्वीपिंग मशीन घोटाले के सबूत, मिली विदेशी शराब की बोतलें।
अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) ऋषिकेश में 4.41 करोड़ रुपये की स्वीपिंग मशीन खरीद और फर्जी ढंग से मेडिकल स्टोर स्थापित करने संबंधी धांधली के मामले में जांच कर रहे सीबीआई अधिकारी उस समय भौंचक्के रह गये। जब गये तो वह घोटाले के सबूत ढंूढने, लेकिन उन्हें बड़ी मात्रा में विदेश शराब की बोतले मिली।
धांधली के मामले में जांच कर रही सीबीआई ने माइक्रोबायोलॉजी विभाग के सहायक प्रोफेसर बलराम जी ओमर के पशुलोक विस्थापित क्षेत्र के निर्मल बाग स्थित आवास पहंुची घोटाले से सबूत ढूंढते-ढंूढते उन्हें बड़ी मात्रा में विदेशी ब्रांड की अंग्रेजी शराब बरामद की। सीबीआई के डिप्टी एसपी राजीव चंदोला की सूचना पर आबकारी विभाग की टीम आबकारी निरीक्षक प्रेरणा बिष्ट के साथ मौके पर पहुंची। उन्होंने बताया कि बरामद शराब जब्त कर सहायक प्रोफेसर बलराम जी ओमर के खिलाफ आबकारी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।