Gyanvapi masjid case: कमीशन का आदेश देने वाले जज को इस्लामिक आज़ाद मूवमेंट ने दी धमकी
वाराणसी के बहुचर्चित ज्ञानवापी मस्जिद परिसर में श्रृंगार गौरी नियमित दर्शन पूजन मामले में कमीशन का आदेश देने वाले सिविल जज सीनियर डिवीजन रवि कुमार को इस्लामिक आज़ाद मूवमेंट नामक संस्था द्वारा धमकी दी गई है। पंजीकृत डाक से चिट्ठी के बाद पुलिस जांच में जुट गयी है।
इस पत्र में धमकी दी गई है कि आप 80 फ़ीसदी लोगों के लिए काम कर रहे हैं तथा संघ और उनके सहयोगी संगठनों को खुश करने की कोशिश कर रहे हैं। अब 20 फ़ीसदी मुसलमान भी इकट्ठे हो रहे हैं। आपके फैसले से हिंदुओं में मुसलमानों के प्रति घृणा भर रही है जितना अधिक वह मुसलमानों से घृणा करेंगे उतना ही मुसलमान एक होंगे। सिविल जज रवि कुमार दिवाकर ने राष्ट्रपति से लेकर प्रमुख सचिव तक चिट्ठी लिखकर इस मामले से अवगत कराया। पुलिस महानिदेशक लखनऊ के साथ वाराणसी के पुलिस कमिश्नर को भी पत्र लिखकर रवि दिवाकर ने पूरा ब्यौरा दिया। पत्र में रवि दिवाकर ने बताया कि रजिस्टर्ड डाक से मंगलवार को उनके अर्दली ने उन्हें यह चिट्ठी दी। चिट्ठी में बहुत सी आपत्तिजनक बातें लिखी हैं चिट्ठी में यह भी बताया गया है कि यह चिट्ठी अखिलेश यादव, ममता बनर्जी समेत अरविंद केजरीवाल, सोनिया गांधी शरद पवार को भी भेजी गई है। चिट्ठी में साफ तौर पर दंगे जैसे हालात पैदा करने की धमकी दी जा रही है
गौरतलब है कि वाराणसी के बहुचर्चित सिविल जज सीनियर डिविजन रवि कुमार दिवाकर ने श्रृंगार गौरी नियमित दर्शन मामले में कमीशन के आदेश दिए थे। कमीशन के आदेश में उन्होंने बाकायदा परिवार के डर का भी उल्लेख किया था और बताया था कि एक सामान्य से कमीशन की प्रक्रिया को असामान्य बना दिया गया है।