उत्तराखण्ड का सर्वश्रेष्ठ महिला अस्पताल , पुरस्कार में मिलेंगे 50 लाख
आम तौर पर लोगों को सरकारी अस्पतालों में बदइंतजामी और खबरा स्वास्थ्य व्यवस्था की शिकायते रहती हैं लेकिन हरिद्वार में एक उत्तराखण्ड का एक ऐसा सरकारी अस्पताल भी है जो अपनी बेहतर व्यवस्थाओं के लिए पूरे उत्तराखण्ड में नम्बर वन पर है। वर्ष 2016 और 2018 के बाद अब 2021 में पुनः तीसरी बार नम्बर वन घोषित हुआ है। मरीजों को स्वास्थ्य सेवाओं का बेहतर लाभ, स्वास्थ्य उपकरणों का रख.रखाव, कचरा प्रबंधन, संक्रमण नियंत्रण, उपचार के दौरान सहायक सेवाएं और स्वच्छता सहित स्वास्थ्य सेवाओं का उच्चीकरण करने मरीजों और तीमारदारों के लिए बैठने और पेयजल की व्यवस्था करने, लोगों को अस्पताल के अंदर और बाहर बीमारियों को फैलने से रोकने और बचाव उपाय के बारे में जागरूक करने के मानको पर खरा उतरने पर हरिद्वार के चैनराय जिला महिला चिकित्सालय, केन्द्र सरकार की कायाकल्प योजना के तहत प्रथम पुरस्कार के लिए चुना गया है।
जिला महिला चिकित्सालय हरिद्वार को फिर से कायाकल्प योजना के तहत प्रथम पुरस्कार के लिए चुना गया है। अब केंद्र सरकार की तरफ से अस्पताल को 50 लाख रुपये की धनराशि पुरस्कार के रूप में दी जाएगी। यह पुरस्कार जीतने पर मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉण् राजेश गुप्ताए ने कहा है कि पुरस्कार डॉक्टरों समेत सभी स्वास्थ्य अधिकारियों व कर्मचारियों के सहयोग से ही जीता जा सका है। पुरस्कार के रूप में मिलने वाली 50 लाख रुपये की धनराशि का प्रयोग भी अस्पताल में मरीजों को और बेहतर सुविधाएं देने के लिए किया जाएगा। गौरतलब है कि केंद्र सरकार की ओर से वर्ष 2016 में कायाकल्प योजना शुरू की गई थी। योजना का मकसद अस्पतालों में स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने के लिए प्रोत्साहित किया जाना है। कायाकल्प कार्यक्रम के तहत केंद्र सरकार की ओर बनाए गए मानकों के अनुसार अस्पतालों का मूल्यांकन किया जाता है।
.