नवाचार और उत्तरदायित्व के संदेश के साथ एमिटी में मनाया गया हिंदी पत्रकारिता दिवस
एमिटी विश्वविद्यालय के पत्रकारिता एवं संचार विभाग द्वारा हिंदी पत्रकारिता दिवस का भव्य आयोजन किया गया। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर डॉ. पीयूषकांत पांडे, उप-कुलपति डॉ. सुनीता दवे, कुलसचिव, संचार संकाय की निदेशक प्रोफेसर डॉ. वीणा हाड़ा, विभाग अध्यक्ष डॉ. सागरिका दास सहित विभिन्न विभागों के संकायाध्यक्षों ने कार्यक्रम का विधिवत शुभारंभ किया।
कुलपति डॉ. पीयूषकांत पांडे ने इस अवसर पर छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि हिंदी पत्रकारिता की शुरुआत जन आंदोलनों से हुई थी और आज भी यह सामाजिक सरोकारों में अग्रणी भूमिका निभा रही है। उन्होंने छात्रों को पत्रकारिता को जिम्मेदारीपूर्वक निभाने का आह्वान किया, विशेषकर उस समय में जब एल्गोरिदम और फेक न्यूज़ जैसे संकट पत्रकारिता की विश्वसनीयता को चुनौती दे रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि आज की पीढ़ी पर यह नैतिक जिम्मेदारी है कि वे सत्य, विवेक और सामाजिक उत्तरदायित्व को अपनी पत्रकारिता का मूल आधार बनाएं।
कार्यक्रम के प्रारंभ में प्रोफेसर डॉ. वीणा हाड़ा ने इस बात पर विशेष बल दिया कि वर्तमान में अधिकांश डिजिटल सामग्री हिंदी में निर्मित की जा रही है और डिजिटल मीडिया भी अब हिंदी पत्रकारिता से सक्रिय रूप से जुड़ चुका है। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि समय के साथ हिंदी पत्रकारिता का भविष्य और अधिक समृद्ध एवं व्यापक होगा।
कार्यक्रम के दौरान एमिटी स्कूल ऑफ कम्युनिकेशन के छात्रों ने विभिन्न गतिविधियों के माध्यम से पत्रकारिता के ऐतिहासिक, सामाजिक और तकनीकी पहलुओं पर गहन चर्चा की। इस अवसर पर विद्यार्थियों ने हिंदी पत्रकारिता से संबंधित प्रभावशाली लेख, कविताएँ और अपने विचार प्रस्तुत किए।
हिंदी पत्रकारिता दिवस का यह आयोजन न केवल पत्रकारिता के गौरवशाली अतीत को याद करने का अवसर था, बल्कि भविष्य की पत्रकारिता को जिम्मेदारी और संवेदनशीलता के साथ आगे बढ़ाने की प्रेरणा भी बना।