उत्तराखण्ड के विधानसभा उप चुनाव में जमकर चले लाठी डंडे
मंगलौर के लिब्बरहेड़ी गांव में दो पक्षों के बीच हुई हिंसा
हरिद्वार (उत्तराखण्ड) उत्तराखंड में चमोली की बदरीनाथ विधानसभा तथा हरिद्वार की मंगलौर विधानसभा की 2 सीटों पर उपचुनाव के लिए मतदान संपन्न हो गया है। हरिद्वार की मंगलौर विधानसभा सीट पर सुबह मतदान शुरू होने के करीब 2 घंटे बाद लिब्बरहेड़ी की बूथ संख्या 63, 64 पर वोटिंग को लेकर दो पक्षों के बीच जमकर लाठी डंडे चले।
प्राप्त जानकारी के अनुसार लिब्बरहेड़ी गांव के बूथ नंबर 53.54 पर बसपा और भाजपा के कार्यकर्ताओं के बीच झड़प हुई और दोनों ओर से जमकर लाठी डंडे चले। इस मारपीट में कई लोग घायल हुए। घटना की जानकारी मिलते ही कांग्रेस प्रत्याशी व पूर्व विधायक काजी निजामुद्दीन भी वहां पहुंचे और घायलों को साथ लेकर अस्पताल के लिए निकले। जबकि हिंसा की जानकारी मिलते ही मौके पर पहुंची ने किसी तरह मामले को शांत किया और सभी घायलों को उपचार के लिए रुड़की सिविल अस्पताल भेजा सिविल लाइन कोतवाली प्रभारी निरीक्षक आरके सकलानी के अनुसार दो दलों में मारपीट हुई थी। कुछ लोगों द्वारा दो दलों के कार्यकर्ताओं के बीच हुई हिंसा में फायरिंग होने की भी बात कही गयी जिसका जिला प्रशासन द्वारा खंडन करते हुए पुष्टि की गई है कि मंगलौर उपचुनाव के दौरान मतदेय स्थल पर फायरिंग की सूचना तथ्यहीन है।
अपर मुख्य निर्वाचन अधिकारी विजय कुमार जोगदंडे का कहना है कि मंगलौर में सुबह हिंसा की खबर जरूर थी। लेकिन उसके बाद स्थिति सामान्य रही. कहीं भी मतदान नहीं रोका गया।
लेकिन चुनावी हिंसा के बीच कांग्रेस और भाजपा ने एक-दूसरे पर आरोप लगाते हुए अपर मुख्य चुनाव अधिकारी से घटना की शिकायत की है। मंगलौर में हुई इस घटना के पीछे कांग्रेस ने भाजपा को जिम्मेदार ठहराया है। प्रदेश उपाध्यक्ष मथुरा दत्त जोशी ने कहा है कि कांग्रेस को पहले से ही इस बात का अंदेशा था कि भाजपा अपनी जीत के लिए बाहरी लोगों को बुलाकर माहौल खराब कर सकती है। इस मामले में कांग्रेस के एक डेलिगेशन ने अपर मुख्य चुनाव अधिकारी से घटना की शिकायत की और दोनों बूथ पर दोबारा मतदान की मांग की। वहीं दूसरी हुई हिंसा के मामले में भाजपा प्रतिनिधिमंडल ने भी अपर मुख्य निर्वाचन अधिकारी विजय कुमार जोगदंडे से मिलकर बसपा और कांग्रेस पर झूठी अफवाह फैलाकर चुनाव को प्रभावित करने का आरोप लगाया।