गणतंत्र दिवस पर विधायक कार्यालय पर गोलियां बरसाने वाले चैंपियन को जेल, उमेश को बेल
चैपिंयन परिवार की रिवाल्वर, बन्दूक और पिस्टलों के 9 शस्त्र लाईसेंन्स निलम्बित
त्रिलोक चन्द्र भट्ट
हरिद्वार। 26 जनवरी को एक तरफ देश-दुनियां में भारत के गणतंत्र की 76वीं वर्षगांठ मनायी जा रही थी। वहीं उत्तराखण्ड के हरिद्वार जनपद में पूर्व विधायक कुंवर प्रणव चैंपियन अपने दलबल के साथ खुले आम हथियार लहराते हुए विधायक उमेश कुमार के कार्यालय पर गोलीबारी और पथराव कर पूरे इलाके में भय और दहशत फैला फैला रहे थे। घटना की तस्वीरें और वीडियो वाइरल होते ही राजधानी देहरादून तक हड़कम मच गया। चारों तरफ से उनके खिलाफ कार्रवाई की मांग उठने लगी। प्रशासन ने भी इस पर कड़ा रूख अपनाया और पुलिस की आख्या के आधार पर जिलाधिकारी कर्मेन्द्र सिंह ने त्वरित कार्यवाही करते हुए चैंपियन परिवार की बंदुकों, रिवाल्वर और पिस्टलों के शस्त्र लाइसेंस निलंबित कर दिये।
इनमें दिव्य प्रताप सिंह पुत्र कुंवर प्रणव सिंह चौम्पियन निवासी रंगमहल कस्बा लंढौरा थाना कोतवाली मंगलौर, तहसील रुड़की जिला हरिद्वार के शस्त्र लाईसेंस सं० 2108/13 रिवाल्वर नं0 3107638-32, शस्त्र लाईसेंस सं० 2109/13 रिवाल्वर नं0 75931-32 बोर व शस्त्र लाईसैंस नं0 2104/13 बन्दूक नं0 148042 तथा श्रीमती सुभद्रा देवी (कुंवर देवरानी) पत्नी कुंवर प्रणव सिंह चौम्पियन निवासी रंगमहल कस्बा लंढौरा, थाना कोतवाली मंगलौर, तहसील रुड़की जिला हरिद्वार के शस्त्र लाईसेंस सं० 1237/99 बंदूक डीबीबीएल, शस्त्र लाईसेंस सं० 1492/03 पिस्टल नं0 0041 व शस्त्र लाईसेंस सं० 1669/07 पिस्टल नं० 623745ए, कुंवर प्रणव सिंह चौम्पियन पुत्र श्री नरेन्द्र सिंह निवासी रंगमहल कस्बा लंढौरा थाना कोतवाली मंगलौर, तहसील रूड़की जिला हरिद्वार के शस्त्र लाईसेंस नं0 1038/93 रायफल नं0 2576544 डीबीएल, शस्त्र लाईसेंस नं0 1039/1993 पिस्टल नं०-ए-1707 व शस्त्र लाईसेंस नं0 2256/14 रिवाल्वर-ए-1905-32 बोर को निलम्बित करते हुए कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है।

जिलाधिकारी ने तीनों व्यक्तियों को कारण बताओ नोटिस भी जारी किया है। कारण बताओ नोटिस के अनुसार तीनों व्यक्तियों को नोटिस प्राप्ति के 15 दिनों के भीतर लिखित रूप से स्वयं अथवा प्रतिनिधि/अधिवक्ता के माध्यम से प्रस्तुत करना होगा। नोटिस में यह भी सूचित किया गया है कि यदि सूचना के बावजूद नियत समयावधि के भीतर लिखित उत्तर प्राप्त नहीं होता है तो न्यायालय जिला मजिस्ट्रेट द्वारा प्रकरण में एक पक्षीय आदेश पारित कर दिया जायेगा।
गौरतलब है कि कुंवर प्रणव चैंपियन का विवादों से पुराना नाता रहा है। कभी हथियारों की प्रदर्शनी, कभी मगरमच्च का शिकार, कैबीनेट मंत्री के घर पार्टी के दौरान फायरिंग, होटल मालिक पर फायरिंग, विधायक समर्थको से मारपीट जैसे कई आरोप उन पर लगे हैं। उनके खिलाफ कई मुकदमें भी दर्ज हुए हैं।