हरिद्वार में अन्न-जल त्याग सत्याग्रह पर बैठे महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरफ्तार
हेट स्पीच मामले में जितेंद्र नारायण सिंह त्यागी उर्फ वसीम रिजवी की हरिद्वार में गिरफ्तारी के बाद हरिद्वार के सर्वानंद घाट पर अन्न-जल त्याग सत्याग्रह पर बैठे गाजियाबाद के डासना स्थित प्रसिद्ध देवी मंदिर के पीठाधीश्वर एवं महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार कल उनको कोर्ट में पेश किया जायेगा।
आपको बता दें कि पिछले माह धर्म संसद में शामिल संतों के खिलाफ पुलिस द्वारा मुकदमें दर्ज करने और जितेन्द्र नारायण त्यागी की गिरफ्तारी के विरोध में पिछले दो दिन से यति नरससिंहानंद के नेतृत्व में सर्वानंद घाट पर सत्याग्रह चल रहा था। अन्न-जल त्याग सत्याग्रह पर बैठे थे 16 जनवरी को इसी स्थान पर प्रतिकार सभा का भी आयोजन होना था जिसमें बड़ी संख्या में संतों को आमंत्रित किया गया था। यहां यति नरसिंहानंद के साथ महामंडलेश्वर स्वामी प्रबोधानंद गिरि और स्वामी अमृतानंद भी उपवास पर बैठ गए थे। आज भूमापीठाधीश्वर अच्युदानन्द तीर्थ महाराज ने सर्वानन्दघाट पहुंच कर धर्म संसद आयोजन समिति के आन्दोलन को अपना समर्थन दिया उन्होंने कहा कि यति नरसिंहानन्द गिरी धर्म की लड़ाई लड़ रहे हैं। मैं हर तरह से उनके साथ हूं। उन्होंने कहा कि जितेंन्द्र नारायण त्यागी हो अन्यायपूर्ण तरीक से गिरफ्तार कियागया है। उनक गिरफ्तारी का हर तरह से विरोध किया जायेगा। लेकिन देर शाम पुलिस ने सत्याग्रह पर बैठे महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद को गिरफ्तार कर लिया। उनकी गिरफ्तार पर शंकराचार्य परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष स्वामी आनंद स्वरूप सहित धर्म संसद से जुड़े तमाम संतों ने पुलिस और प्रशासनिक कार्यवाही की कड़ी निंदा की है।
गौरतलब है कि हरिद्वार की धर्म संसद हेट स्पीच मामले में पूर्व कई नागरिक संगठनों और अन्य हस्तियों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया एनवी रमना औऱ अन्य हस्तियों को भी पत्र लिखा था। पटना हाईकोर्ट की पूर्व जज जस्टिस अंजना प्रकाश और पत्रकार कुर्बान अली की याचिका पर सुप्रीम कोर्ट ने बुधवार को उतराखंड सरकार को नोटिस जारी कर 10 दिन में जवाब मांगा था। हेट स्पीच केस में दर्ज एफआईआर में 10 से अधिक लोगों के नाम हैं। इसमें नरसिंहानंद, जितेंद्र त्यागी और अन्नपूर्णा आदि शामिल हैं।