गंगा एक्सप्रेस-वे के शिलान्यास पर बोले पीएम मोदी-कुछ दलों को देश की विरासत और विकास से दिक्कत

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शाहजहांपुर के रोजा रेलवे ग्राउंड में आज गंगा एक्सप्रेस-वे का शिलान्यास किया। इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि कुछ दल ऐसे हैं जिन्हें देश की विरासत और विकास दोनों से दिक्कत है। इन लोगों को बाबा विश्वनाथ का धाम बनने से, राम मंदिर से, गंगा जी की सफाई से दिक्कत है। उन्होंने कहा कि यही लोग सेना की कार्रवाई पर सवाल उठाते हैं तो भारतीय वैज्ञानिकों की कोरोना वैक्सीन पर भी सवाल उठाते हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि सरकार जब सही नीयत के साथ काम करती है तो क्या परिणाम आते हैं ये यूपी ने बीते कुछ सालों में अनुभव किया है। पहले लोग कहते थे कि दीया बरे तो घर लौट आओ क्योंकि सूरज डूबता था तो कट्टा लहराने वाले सड़कों पर आ धमकते थे। ये कट्टा चला गया और इसे जाना ही था। बेटियों की सुरक्षा पर आए दिन सवाल उठते रहते थे उनका स्कूल जाना भी मुश्किल था। व्यापारी कारोबारी सुबह निकलता था तो परिवार को चिंता होती थी, कब कहां दंगा हो जाए आगजनी हो जाए कोई नहीं कह सकता था। पीएम ने कहा कि आपका प्यार और आशीर्वाद हमें दिन-रात काम करने की प्रेरणा देते हैं। पहले कई गांवों से पलायन की खबरें आती रहती थीं। योगी सरकार ने बीते साढ़े चार साल में स्थिति को बदलने के लिए बहुत परिश्रम किया है। आज जब माफिया पर बुलडोजर पर चलता है तो दर्द उसको पालने-पोसने वालों को होता है। तभी आज पूरे यूपी की जनता कह रही है यूपी$योगी बहुत है उपयोगी।
प्रधानमंत्री ने कहा कि पहले यहां रात में इमरजेंसी की जरूरत होती थी तो हरदोई शाहजहांपुर के लोगों को लखनऊ कानपुर दिल्ली भागना पड़ता था। यहां अस्पताल भी नहीं थे और सड़कें भी नहीं थीं। लेकिन अब यहां मेडिकल कॉलेज भी हैं, सड़कें भी हैं। ऐसे ही होता है दमदार काम, ईमानदार काम। जो भी समाज में पीछे हैं पिछड़ा हुआ है उसे सशक्त करना विकास का लाभ उस तक पहुंचाना हमारे सरकार की प्राथमिकता है। यही भावना हमारी किसानों से जुड़ी नीति में भी दिखती है। बीज से बाजार तक की जो नीति हमने बनाई है वो छोटे किसानों को देखकर बनाई है। पीएम सम्मान निधि के तहत जो पैसे सीधे अकाउंट में पहुंचे हैं उसका सीधा लाभ छोटे किसानों को हुआ है। उन्हें हम किसान क्रेडिट कार्ड सुविधा से जोड़ रहे हैं। हमारी मकसद सिंचाई के रकबे में विस्तार करना और टेक्नोलॉजी में वृद्धि करने से है। हमारा प्रयास गांव के पास ही ऐसा इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार करने का है जिससे जल्दी खराब होने वाली सब्जियों की खेती ज्यादा हो और जल्द उनकी फसल बाजार में पहुंच जाए। इससे फूड प्रोसेसिंग यूनिट को फायदा होगा और गांव में ही बाजार मिलेगा।
मेरठ के सोतीगंज बाजार का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि मेरठ में एक बाजार है सोतीगंज! चोरी की गाड़ियों की कटाई यहां होती थी। इसको रोकने की किसी को हिम्मत नहीं थी लेकिन इसे रोकने का योगी जी ने किया है। जिनको माफिया का साथ पसंद हैं वो माफिया की ही बात करेंगे। हम उनकी बात करेंगे जिन्होंने तप त्याग से इस देश को बनाया है। देश की आजादी के लिए अपना जीवन समर्पण करने वालों को उचित स्थान दिलाना हमारा उद्देश्य है। इसी कड़ी में शाहजहांपुर में संग्रहालय का निर्माण कराया जा रहा है। इससे राष्ट्र के प्रति समर्पण की प्रेरणा मिलती रहेगी। पूर्व हो पश्चिम अवध हो या बुंदेलखंडए यूपी के सभी कोनों का विकास करने का काम जारी रहेगा। इसी के साथ पीएम ने भारत माता की जय के नारे लगाकर अपनी वाणी को विराम दिया।

उत्तर प्रदेश के पूर्वी और पश्चिमी क्षेत्र को आपस में जोड़ने वाला और राजनीतिक दृष्टि से बेहद महत्वपूर्ण गंगा एक्सप्रेसवे मेरठ से प्रयागराज तक 12 जिलों से होकर गुजरेगा। एक्सप्रेसवे मेरठ, हापुड़, बुलंदशहर, अमरोहा, संभल, बदायूं, शाहजहांपुर, हरदोई, उन्नाव, रायबरेली, प्रतापगढ़ और प्रयागराज से होकर जाएगा। जिन जगहों से होकर एक्सप्रेसवे गुजरेगा वहां के औद्योगिक और धार्मिक पड़ावों को भी आपस में कनेक्ट करेगा। इस एक्सप्रेसवे को दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे से जोड़ा जाएगा जिसके साथ दिल्ली से प्रयागराज तक की दूरी भी कम होगी। यह एक्सप्रेसवे मेरठ-बुलंदशहर मार्ग (एनएच-334) पर मेरठ के बिजौली ग्राम से शुरू होकर प्रयागराज बाइपास (एनएच 19) पर जुडापुर दांदू ग्राम के पास समाप्त होगा।
594 किमी लंबे गंगा एक्सप्रेसवे की शुरुआत मेरठ से होगी। मेरठ के शहीद स्मारक से होते हुए हापुड़ के गढ़मुक्तेश्वर को जोड़ेगा। इसके बाद अगला बुलंदशहर होगा जहां प्रस्तावित इंडस्ट्रियल कॉरिडोर बनाया जाना है। बुलंदशहर के बाद एक्सप्रेसवे अमरोहा से होकर गुजरेगा और प्रसिद्ध वासुदेव मंदिर के दर्शन सुलभ कराएगा। अमरोहा के बाद संभल के कैलादेवी मंदिर से यह एक्सप्रेसवे जुड़ जाएगा। संभल के बाद बदायूं में एक्सप्रेसवे पहुंचेगा जहां यह इंडस्ट्रियल कॉरिडोर को जोड़ेगा, साथ ही हनुमंत धाम से भी कनेक्ट होगा। शाहजहांपुर में एक्सप्रेसवे पर 3.5 किमी लंबी एयरस्ट्रिप बनाई जाएगी जहां पर वायुसेना के विमान आपातकालीन स्थिति में लैंड कर सकेंगे और उड़ान भी भर सकेंगे। गंगा एक्सप्रेसवे शाहजहांपुर और हरदोई में प्रस्तावित कॉरिडोर के बाद उन्नाव में बैसवारा द्वार से जुड़ेगा। इसके बाद यह रायबरेली, प्रतापगढ़ के कॉरिडोर से होते हुए प्रयागराज पर जाकर खत्म होगी। गंगा एक्सप्रेसवे इस एक्सप्रेसवे से मेरठ और प्रयागराज के बीच की दूरी भी घट जाएगी। 11 घंटे से ज्यादा का सफर इसके जरिए 8 घंटे में पूरा होगा। एक्सप्रेसवे पर अधिकतम गति 120 किमी/घंटा तय की गई है जबकि 2 मुख्य टोल प्लाजा भी होंगे। अब तक एक्सप्रेसवे के लिए 94 फीसदी जमीन अधिग्रहीत की जा चुकी है। हापुड़ और बुलंदशहर सहित अन्य जिलों के लोगों के आवागमन के लिए गढ़मुक्तेश्वर में एक अन्य पुल बनाया जाएगा।

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