धोखाधड़ी और गलत तरीके से IAS बनी Pooja Khedkar को केन्द्र ने दिखाया बाहर का रास्ता
नई दिल्ली । धोखाधड़ी और गलत तरीके से IAS और विकलांगता कोटा लाभ उठाने के आरोप में केंद्र सरकार ने Pooja Khedkar को भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) से हटा कर बाहर का रास्ता दिखा दिया है। उन पर धोखाधड़ी करने और सेवा में अपना चयन सुनिश्चित करने के लिए अन्य पिछड़ा वर्ग (OBC) और विकलांगता कोटा लाभों का गलत तरीके से लाभ उठाने का आरोप है। जबकि पूजा खेड़कर सभी आरोपों से इनकार कर रही हैं। फिलहाल वे अंतरिम जमानत पर हैं।
गौरतलब है कि ट्रेनी आईएएस पूजा खेडकर ऑफिस में अलग चैंबर और आधिकारिक कार मांगने के साथ.साथ अपनी निजी ऑडी कार पर लाल बत्ती के अनधिकृत उपयोग के आरोपों के देशभर में चर्चा में आई थी। मीडिया में तेजी से वाइरल हुई खबर के बाद शुरुआत में पुणे में तैनात खेडेकर को विवाद के बीच पुणे जिला कलेक्टर ने वाशिम ट्रांसफर कर दिया था। बाद में सरकार ने उनके श्जिला प्रशिक्षण कार्यक्रमश् को रोक दिया था। उन्हें आवश्यक कार्रवाई के लिए मसूरी में लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय प्रशासन अकादमी ;स्ठैछ।।द्ध में वापस बुलाया था। खेड़कर की विकलांगता और ओबीसी प्रमाण पत्रों की प्रामाणिकता पर भी सवाल उठने लगे थे जिस कारण उस पर भी व्यापक जांच चल रही थी।
यूपीएससी ने जुलाई में पूजा खेडकर की अनंतिम उम्मीदवारी रद्द कर दी थी। उनपर धोखाधड़ी और जालसाजी के आरोप थे। यूपीएससी ने पूजा खेडकर को नियमों का उल्लंघन करने का दोषी पाया था। इसके साथ ही उन्हें भविष्य की सभी परीक्षाओं और सेलेक्शन से वंचित कर दिया।