धामी की योगी से परिसम्पत्तियों के हस्तांतरण पर चर्चा संभव
दो दिन के दौरे पर लखनऊ पहुंचे उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की आज उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ उत्तराखण्ड की परिसम्पत्तियों पर चर्चा होने की संभावना है। यह परिसम्पत्तियां राज्य स्थापना के 20 सालों बाद भी उत्तराखण्ड को हस्तांतरित नहीं हुई हैं। अगर सहमति बनती है तो यह धामी सरकार की बड़ी उपलब्धि होगी। उत्तराखण्ड की जो परिसम्पतियां उत्तर प्रदेश के कब्जे में हैं उनमें से प्रमुख इस प्रकार हैं।
- . हरिद्वार, ऊधमसिंहनगर और चंपावत में 379 हेक्टेयर भूमि उत्तराखंड को हस्तांतरित होनी है
- . हरिद्वार, ऊधमसिंह नगर व चंपावत में 351 आवासीय भवन यूपी से मिलने हैं
- . कुंभ मेला की 687.575 हैक्टेयर भूमि को सिंचाई विभाग को हस्तांतरित होनी है।
- . उत्तराखंड पर्यटन विभाग को पुरानी ऊपरी गंग नहर में वाटर स्पोर्ट्स की सशर्त मंजूरी दी जानी है
- . यूएसनगर में धौरा, बैगुल नानकसागर जलाशय में पर्यटन व जलक्रीड़ा से पहले परीक्षण कराया जाना है
- . केंद्र सरकार के आदेश के अनुसारए उत्तराखंड वन विकास निगम को यूपी वन निगम में संचित व आधिक्य धनरासि 425.11 करोड़ में से 229.55 करोड़ की धनराशि उत्तराखंड मिलनी है, वाहन भंडार की 2061 की धनराशि का भी भुगतान होना है।
- . यूपीसीएल को बिजली बिलों का 60 करोड़ का बकाया देना है
- . उत्तराखंड गठन के बाद 50 करोड़ मोटर यान कर उत्तराखंड परिवहन निगम को दिया जाना था। 36 करोड़ बकाया है।
- . अजमेरी गेट स्थित अतिथि गृह नई दिल्ली, यूपी परिवहन के लखनऊ स्थित मुख्यालय, कार सेक्शन और कानपुर स्थित केंद्रीय कार्यशाला व ट्रेनिंग सेंटर के विभाजन का निर्णय होना है।