राउत की धमकी : हज़ारों-लाखों शिवसैनिक हमारे एक इशारे का इंतजार कर रहे हैं, ‘बाप’ तक आई महाराष्ट्र की लड़ाई
मुंबई। आम आदमी किसी को धमकी दे, कानून व्यवस्था भंग करने के लिए उकसावे और भड़काने वाली बयानबाजी करे तो उसे तुरंत गिरफ्तार कर लिया जाना है। लेकिन कुछ माननीय ऐसे हैं जिन पर सरकार और कानून के रखवाले दोनों मेहरबान रहते हैं। ऐसे ही मामले में महाराष्ट्र में संकट में फंसी शिवसेना ने प्रवक्ता संजय राउत का नाम सामने आ रहा है जो खुले आम ऐसी बयानबाजी कर रहे हैं जिसके बाद शिव सैनिक महाराष्ट्र में हिंसा पर उतर आये हैं। वे बागी विधायकों के कार्यालयों में तोड़फोड़ कर रहे हैं। सड़कों पर जाम व आगजनी कर रहे हैं।
बागी विधायकों के लिए संजय रावत ने कहा कि ‘‘उन्हें जो करना है करने दो, मुंबई तो आना पड़ेगा। वो वहां बैठकर हमें क्या सलाह दे रहे हैं? हज़ारों-लाखों शिवसैनिक हमारे एक इशारे का इंतजार कर रहे हैं, लेकिन हमने अभी भी संयम रखा है।’’
राउत का कहना है कि ‘‘लोग उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना पर भरोसा रखेंगे। कल उद्धव जी ने कहा कि जो लोग बाहर गए हैं वो शिवसेना नाम का इस्तेमाल ना करें और अपने बाप के नाम का इस्तेमाल करें और वोट मांगें। उन्होंने कहा कि, ‘‘आप बाला साहेब ठाकरे का फोटो लगाएंगे, आप बाला साहेब के भक्त हैं कहेंगे। बाला साहेब ठाकरे के भक्त इस तरह पीठ में खंजर नहीं घोपते।’’
महाराष्ट्र की लड़ाई ‘बाप’ तक आई
बागी विधायकों पर आरोप लगाते हुए संजय राउत ने कहा कि आपके दस बाप हैं। आपके बाप तो नागपुर और दिल्ली में हैं। बालासाहेब के नाम का इस्तेमाल न करें बागी। अपने बाप के नाम का इस्तेमाल करें। दरअसल विधानसभा डिप्टी स्पीकर की ओर से 16 विधायकों को नोटिस जारी किया है। इस पर डिप्टी स्पीकर ने 27 जून तक जवाब मांगा है। ’‘उद्धव ठाकरे के नेतृत्व में जो शिवसेना है उस पर भरोसा है। कितने दिन वहां बैठेंगे मुंबई में तो आना ही पड़ेगा हमने संयम रखा है। आप पार्टी छोड़कर गए हैं तो अपने बाप के नाम पर वोट मांगो हमारा तो एक ही बाप है आपको तो 100 बात है। आप 10 बार बाप बदल रहे हैं। राउत ने कहा कि यह बात बदलने का जो तरीका है वह हमारे पार्टी में नहीं चलेगा।’’
एकनाथ शिंदे पर राउत ने कसा तंज
राउत ने शिंदे पर कटाक्ष करते हुए कहा कि ढाई साल से संबंधित पद लेकर बैठे हैं, क्रीम पोस्ट लेकर बैठे हैं। अब उनको चमक से साक्षात्कार हो गया है। क्या पता नहीं कौन सा नशा किया है। जो बाहर चले गए उनकी शिवसेना नहीं हो सकती। अगर आप में हिम्मत है तो आप अपने विधायक इस टाइम त्यागपत्र दीजिए मैं नारायण राणे को मानता हूं वह बाहर गए और उनके साथ विधायक थे, सबने अपना त्यागपत्र दिया।