टीएमयू में स्मार्ट इंडिया हैकथॉन-22 के इंटर्नल का आगाज़ आज
स्मार्ट इंडिया हैकथॉन-2022 के नए नियमों के मुताबिक दस टीमें ग्रैंड फ़िनाले के लिए चयनित होंगी जबकि 05 टीमों को प्रतीक्षा सूची में रखा जाएगा
- ख़ास बातें
- छठी से पीजी तक के स्टुडेंट्स हैकथॉन प्रतियोगिता के पात्र
- प्रतियोगिता के लिए रजिस्ट्रेशन की अंतिम तिथि 31 मार्च
- राष्ट्रीय स्तर पर फर्स्ट कम-फर्स्ट सर्व पर चुनी जाएंगी 125 टीमें
- प्रत्येक टीम में एक छात्रा का होना अनिवार्य
- शिक्षा या औद्योगिक जगत से होगा मेंटर का चयन
तीर्थंकर महावीर यूनिवर्सिटी, मुरादाबाद के फ़ैकल्टी ऑफ इंजीनियरिंग एंड कम्प्यूटिंग साइंसेज़- एफओईसीएस में 23 मार्च, बुद्धवार को स्मार्ट इंडिया हैकथॉन- 22 के ग्रैंड फ़िनाले के लिए इंटर्नल हैकथॉन हो रहा है। टीएमयू के इस इंटर्नल हैकथॉन में अब तक लगभग 30 टीमों ने रजिस्ट्रेशन करवा लिया है। इंटर्नल हैकथॉन में प्रतिभाग कर रही टीमों से कुल 15 टीमें स्मार्ट इंडिया हैकथॉन-2022 के ग्रैंड फ़िनाले के लिए चुनी जाएंगी, जिनमें से नए नियमों के मुताबिक 10 टीमों को ग्रैंड फ़िनाले के लिए चयनित किया जाएगा जबकि बाकी 05 टीमों को प्रतीक्षा सूची में रखा जाएगा। यह जानकारी देते हुए टीएमयू के नामित सिंगल प्वाइंट ऑफ कांटैक्ट-एसपीओसी और एफओईसीएस के निदेशक प्रो. राकेश कुमार द्विवेदी ने सभी छात्र-छात्राओं को स्मार्ट इंडिया हैकथॉन-2022 में कॉन्फ़िडेंस के साथ प्रतिभाग करने को प्रोत्साहित करते हुए उन्हें विजयी भव का आशीर्वाद दिया। स्मार्ट इंडिया हैकथॉन-2022 के ग्रैंड फ़िनाले में इंनोवेटिव आइडियाज़ देने वाले प्रतिभागियों को शिक्षा मंत्रालय की ओर से पुरस्कार दिया जाएगा। शिक्षा मंत्रालय की तरफ से विद्यार्थियों में वैज्ञानिक सोच और उनके बेहतरीन आईडियाज को साकार करने के उद्देश्य से स्मार्ट इंडिया हैकथॉन-2022 हो रहा है।
उल्लेखनीय है कि 2020 में स्मार्ट इंडिया हैकथॉन-2020 के ग्रैंड फ़िनाले में एफओईसीएस की दो टीमों- टेकहैकर्स और टेक्नोहैकर को विजेता घोषित किया गया था, जिन्हें शिक्षा मंत्रालय की ओर से एक-एक लाख रूपये का पुरस्कार दिया गया था। इन टीमों ने भारतीय हवाई अड्डा प्राधिकरण और कृषि विभाग, बिहार सरकार के लिए एक-एक तकनीकी समस्याओं के लिए सॉफ्टवेयर डवलप किया था। भारतीय हवाई अड्डा प्राधिकरण के लिए टेकहैकर्स की टीम ने प्राधिकरण के लिए एक ऐसा सॉफ्टवेयर डवलप किया था, जिससे कागजी कामकाज डिजिटल हो सके। उल्लेखनीय हैं, प्राधिकरण अपने मैंटीनेंस की रिपोर्टिंग मैनुअल करता था। बिहार के कृषि मंत्रालय के लिए टेक्नोहैकर की टीम ने ऐसा बहुउद्देश्यीय सॉफ्टवेयर डवलप किया था, जिसमें यह सॉफ्टवेयर काश्तकारों और कृषि विशेषज्ञों के बीच सेतु बना। इसमें खेतीबाड़ी से जुडी समस्याओं की वीडियोज अपलोड की गई हैं। सॉफ्टवेयर की खास बात यह है, किसान वॉयस के जरिए अपनी बात कह सकते हैं। इस बड़ी उपलब्धि के लिए उत्तर प्रदेश के तत्कालीन उप मुख्यमंत्री डॉ. दिनेश चंद्र शर्मा ने टीएमयू के कुलाधिपति श्री सुरेश जैन को प्रशस्ति पत्र भी प्रदान किया था।
राष्ट्रीय स्तर पर किसी भी एक समस्या के समाधान के लिए अधिकतम 125 टीमों को ही फ़र्स्ट कम-फ़र्स्ट सर्व- प्रथम आगत-प्रथम स्वागत के आधार पर चुना जाएगा। हर टीम में 6 छात्र और 2 मेंटर्स हो सकते हैं। मेंटर का चयन शिक्षा जगत या औद्योगिक जगत से किया जा सकता है। प्रत्येक टीम में कम से कम एक छात्रा का होना अनिवार्य है। इसमें प्रतिभाग करने के लिए छठीं से पोस्ट ग्रेजुएट तक के विद्यार्थी 31 मार्च, 2022 तक रजिस्ट्रेशन करवा सकते हैं। इसके लिए इच्छुक उम्मीदवार डब्ल्यूडब्ल्यूडब्ल्यू डॉट एसआईएच डॉट जीओवी डॉट इन पर रजिस्ट्रेशन करवा सकते हैं। प्रतिभागियों को स्टुडेंट्स टूरिज्म, स्मार्ट एजुकेशन, फिटनेस एंड स्पोर्ट्स, स्मार्ट व्हीकल, क्लीन एंड ग्रीन टेक्नोलाजी, स्मार्ट ऑटोमेशन, एग्रीकल्चर एंड रूरल डवलपमेंट, हेरिटेज एंड कल्चर, साइबर सिक्योरिटी, डिज़ास्टर मैनेजमेंट, बायोटेक हेल्थ, ड्रग तस्करों की पहचान करने जैसे विषयों पर अपने आइडियाज़ देने होंगे या फिर इससे जुड़े मॉडल्स तैयार करके प्रॉब्लम स्टेटमेंट और उसका सॉल्यूशन बताना होगा।