श्रम विभाग की लापरवाही से मजदूरों को बांटने के लिए आयी लाखों की साइकिलें कबाड़ बनी

उत्तराखंड में मजदूर हितों के प्रति सरकार और प्रशासनिक अधिकारी कितने चिंतित हैं उसकी बानगी इन तस्वीरों में देखने को मिलती है जो देहरादून के लाखनवाला से भवन-निर्माण कर्मकार संघ के अध्यक्ष द्वारा जारी की गयी हैं।यहां भवन एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार कल्याण बोर्ड में पंजीकृत मजदूरों को प्रदान करने के लिए आई लाखों रुपए की कई हजार साइकिलें जंग खा कर कबाड़ बनी गयी हैं। विकासनगर ब्लाक के थाना सहसपुर अंतर्गत लाखनवाला में रखी ये हजारों साइकिले ऊंची- ऊंची घास और झाड़ियों के बीच पानी में डूबी हुई जंग खा रही हैं। पर सरकार और श्रम विभाग को इनकी सुध नहीं है। श्रम विभाग द्वारा लाखों रुपए मूल्य की साइकिलें खुले आसमान के नीचे सड़ने के लिए तो छोड़ दी गई है लेकिन उपयोग के लिए पंजीकृत मजदूरों को नहीं बांटी गई। एक अनुमान के अनुसार करीब 5000 साइकिलें यहां घास और झाड़ियों से ढकी हुई तथा पानी में डूबी हुई हैं।
आपको बता दें कि 7 फरवरी 2015 को सचिव आरके सुधांशु के हस्ताक्षर से जारी एक अधिसूचना के अनुसार मैदानी क्षेत्रों के निर्माण श्रमिकों को साइकिल तथा पर्वतीय क्षेत्र के निर्माण श्रमिकों को अथवा उनके आश्रितों को सिलाई मशीन उपलब्ध कराई जानी थी लेकिन जिन मजदूरों के लिए यह साइकिल आई हैं इन साइकिलों की यह हालत देखकर हर कोई अचंभित है।

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