व्यापारियों ने प्रदर्शन कर किया बस अड्डा शिफ्ट किए जाने का विरोध
व्यापारियों को उजाड़ने से पहले बसाने का काम करे सरकार
बस अड्डा शिफ्ट किए जाने का सड़कों पर उतरकर विरोध करेगा प्रातीय उद्योग व्यापार मंडल
जिला अध्यक्ष डा.नीरज सिंघल, महामंत्री संजय त्रिवाल व संरक्षक तेज प्रकाश साहू के नेतृत्व में अपर रोड़ पर प्रदर्शन कर कॉरिडोर योजना के अंतर्गत बस अड्डे को शिफ्ट किए जाने का विरोध किया।
प्रांतीय उद्योग व्यापार मंडल के जिला अध्यक्ष डा.नीरज सिंघल ने कहा कि शहर का सौन्दर्यकरण होना चाहिए। लेकिन व्यापारी और व्यापार को खत्म करके नहीं। जाह्नवी मार्किट को ध्वस्त कर वहा पर जनसुविधाएं देने के लिए एक कम्पनी को जगह देना कहां तक उचित है। सरकार को व्यापारियों को उजाड़ने से पहले बसाने का काम करना चाहिए। उन्होंने कहा कि प्रांतीय उद्योग व्यापार प्रतिनिधिमंडल बस अड्डे को शहर से बाहर ले जाने का विरोध करता है।
व्यापारियों और यात्रीयों की सुविधा के लिए बस अड्डा शहर में ही होना चाहिए। जिला महामंत्री संजय त्रिवाल ने कहा कि हरिद्वार का व्यापार पहले ही ट्रेनों के सीधा ऋषिकेश जाने से चौपट हो चुका है। कोरोना काल में बंद की गयी कई ट्रेन अभी तक शुरू नहीं हो पाई हैं। बस अड्डा शिफ्ट नहीं होना चाहिए। यदि बस अड्डा शिफ्ट किया गया तो रेलवे रोड़, श्रवण नाथ नगर, अपर रोड़ तक पूरा व्यापार चौपट हो जाएगा। बस अड्डे के विस्तारीकरण के पर्याप्त जगह उपलब्ध है। इसलिए बस अड्डे को यथावत् रखते हुए उसका विस्तारीकरण किया जाए। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि यदि बस अड्डा शिफ्ट करने की कोशिश की गयी तो प्रांतीय उद्योग व्यापार मंडल सड़कों पर उतरकर विरोध करेगा।
जाह्नवी मार्किट के व्यापारी पहले ही 2 बार विस्थापन झेल चुके हैं। यदि शहर में व्यापारिक प्रतिष्ठान ही नहीं बचेंगे तो व्यापार व व्यापारियों का क्या होगा। उन्होंने कहा कि कॉरिडोर योजना हरकी पौड़ी को अघोषित रूप से चंडीघाट ले जाने की एक महामंडलेश्वर की योजना का अंग तो नहीं है। हरिद्वार का व्यापारी केवल कुछ महीने कमाता है और पूरे वर्ष सरकारी देयों का भुगतान करने के साथ अपने परिवार का पालन बड़ी मुश्किल से कर पाता है। कुछ तथाकथित व्यापारी नेता जो अपने आकाआंे को खुश रखने के लिए दलाल की भूमिका अपनाते हुए व्यापारियों को भ्रमित कर रहे हैं। आम व्यापारी उन्हें इसका मुंह तोड़ जवाब देगा। हरिद्वार के साथ सौतेला व्यवहार नहीं होने दिया जाएगा।
संरक्षक तेज प्रकाश साहू ने कहा कि अंग्रेजों ने जनसुविधा को देखते हुए प्रत्येक शहर में बस अड्डा और रेलवे स्टेशन आमने सामने स्थापित किए थे। लेकिन हवाई जहाज में सफर करने वाले आज के जनप्रतिनिधियों को आमजन के सरोकारों से कोई लेना देना नही है। बस अड्डा व रेलवे स्टेशन आमने-सामने होने से आम जनता को कितना फायदा होता है। यह आम तीर्थ यात्री ही समझ सकता है। वर्तमान बस अड्डे के साथ नगर निगम की सैकड़ो बीघा जमीन खाली पड़ी है। केवल एक दीवार हटाकर बस अड्डे का विस्तार किया जा सकता है।
वर्तमान बस अड्डे के साथ साथ पूरे हरिद्वार का व्यापार व जन सुविधा जुड़ी हुई है। उन्होंने कहा कि अब रेलवे टर्मिनल पथरी स्थानांतरित करने की बात भी सामने आ रही है। यदि ऐसा किया जाता है तो यह हरिद्वार के मूल निवासियों के साथ अन्याय होगा। प्रदर्शन करने वालों में मनोज बिश्नोई, राजेश गुप्ता, काका, संतोष शर्मा, सुरेश शाह, पवन सुखीजा, संजय प्रजापति, विशु ठाकुर, सूरज केसरवानी, गगन गुगनानी, गोपाल दास, दिनेश कुकरेजा, सुनील केसरवानी, अमन शर्मा, गोपाल गोस्वामी, दिनेश सुखीजा, संजय नैथानी, मोहित शर्मा आदि व्यापारी शामिल रहे।