टीआई ने महिला एसआई को गोली मारकर पुलिस कंट्रोल रूम में खुद भी आत्महत्या की
भोपाल के टीआई हाकम सिंह पवार ने इंदौर के पुलिस कंट्रोल रूम में खुद को गोली मारकर सुसाइड कर लिया। उन्होंने पहले एक महिला सब इंस्पेक्टर रंजना खांडे को गोली मारी। इसके बाद खुद जान दे दी। घटना जे जुड़े मामले में कार को लेकर विवाद विवाद बताया जा रहा है। खुद टीआई की गोली से बची महिला एसआई के अनुसार उसने टीआई से कार खरीदी थी, लेकिन वो कार देने को लेकर ना-नुकुर कर रहे थे। इस बात को लेकर महिला एसआई ने भोपाल में टीआई हाकम सिंह की शिकायत की थी। इसके बाद वो इस मामले को सुलझाने के लिए इंदौर आए थे। इसी दौरान कार की बात को लेकर ही दोनों के बीच झगड़ा हुआ और टीअसई हाकम सिंह ने महिला को गोली मारने के बाद खुद भी गोली मारकर आत्महत्या कर ली।
एसआई ने पुलिस को दिए बयान में कहा कि मैं वर्ष 2018 से उन्हें जानती थी। वे मेरे पिता समान थे। मुझे 6 माह से गाड़ी नहीं दे रहे थे। इसकी शिकायत भोपाल में की थी। इसी से वे फ्रस्ट्रेटेड थे। सिर्फ गाड़ी के लिए गोली मार देंगे, ये पता नहीं था। जांच में पता चला है कि सुबह टीआई इंदौर निवासी दूसरी पत्नी से कहकर निकले थे कि पैसे वापस लेकर आऊंगा वरना मर जाऊंगा या मार दूंगा।
महिला का मोबाइल गायब
घटनास्थल से महिला एसआई का मोबाइल गायब है। टीआई के मोबाइल में मिली चैट में विवाद से जुड़े कई तथ्य मिले हैं। टीआई ने गोली चलाने से पहले एस आई का फोन लेने की कोशिश की थी।
जानकारी में आया है कि महिला एसआई धामनोद की रहने वाली है। वर्ष 2019 में बैच मैट के भाई पर शादी का झांसा देकर दुष्कर्म का केस दर्ज कराया था। बुरहानपुर और धार में भी एक.एक केस दर्ज कराए हैं। उधर, टीआई की भी तीन पत्नियां होने की बात सामने आई है। एक पत्नी पैतृक गांव तराना, दूसरी इंदौर में और तीसरी भोपाल पुलिस में ही पदस्थ है।
पुलिस की प्रारंभिक जांच में पता चला है कि टीआई पंवार ने महिला एसआई के भाई के नाम कार खरीदी थी। इसका इस्तेमाल वही कर रहे थे। एसआई यह कार वापस पाना चाहती थी। टीआई के मोबाइल में मिली महिला से चैट में 50 लाख रुपए के लेन.देन का विवाद भी सामने आया है। टीआई महिला से ये पैसे वापस लेना चाहते थे, जबकि महिला कार के लिए अड़ी थी। इसके लिए उसने पंवार की भोपाल मुख्यालय को शिकायत कर रखी थी।
पंवार शिकायत वापस कराने का दबाव बना रहे थे, लेकिन महिला इसके लिए तैयार नहीं थी। कॉफी हाउस में बहस के दौरान भी महिला ने कहा था कि मैं पांच लाख रुपए दे चुकी हूं और चेक दिया और वह बाउंस हो गया तो मैं मर जाऊंगी। यह भी सामने आया है कि टीआई ने रीगल स्थित ग्लोबल कलेक्शन वाले गोविंद जायसवाल को भी 30 लाख रुपए दे रखे थे। वे उसे भी वापस लेने आए थे।
21 जून को बीमारी का हवाला देकर टीआई छुट्टी पर इंदौर चले गए। शुक्रवार को मामला निपटाने के लिए महिला सब.इंस्पेक्टर को बुलाया। महिला सब.इंस्पेक्टर को उन्होंने बात करने के लिए अकेले में बुलाया। जहां उसे गोली मार दी। इसके बाद खुद खुदकुशी कर ली।