उक्रांद ने उठाई अग्निपथ योजना निरस्त करने की मांग
हरिद्वार। उत्तराखंड क्रांति दल की जनपद इकाई द्वारा सिटी मजिस्ट्रेट के माध्यम से केंद्र सरकार को ज्ञापन प्रेषित कर सेना में भर्ती के लिए घोषित अग्नीपथ योजना को निरस्त करने की मांग की है ये
।ज्ञापन में मांग की गई है कि देश व युवाओं के भविष्य हित को देखते हुए अग्नीपथ योजना के तहत अग्नीवीर नाम से सैनिकों की भर्ती योजना को निरस्त कर शीघ्र ही परम्परानुसार भारतीय सेना में सैनिकों की भर्ती आरम्भ: करी जाये।
उक्रांद की उच्च सलाहाक समिति के सदस्य रवीन्द्र वशिष्ठ ने कहा कि अग्नीपथ योजना चार वर्ष के लिये निश्चित अवधी हेतु नियुक्ति (FTA = Fixed Term Appointment) पर आधारित है चार वर्ष के बाद सेवानिवृत्त होते ही अग्नीवीर नाम के सैनिक बेरोज़गार हो जायेंगे। जिस कारण अग्नीवीर नामक सैनिक में शायद जान कुर्बान करने के जज़्बे का भी ह्रास होगा जो किसी भी प्रकार से देश के लिये हितकारी नहीं होगा। सरकार द्वारा अग्नीवीरों की सेवानिवृत्ति पश्चात घोषित लाभकारी योजनाएं अनिश्चित एवं अव्यवहारिक तथा कार्यान्विंत नहीं होने लायक नज़र आती हैं।
उक्रांद केंद्रीय उपाध्यक्ष चौधरी बृज़वीर सिंह ने कहा भाजपा सरकार पर भारतीय सैना में रुकी हुई सैनिकों की भर्ती को पुन: शुरु करने की मंशा से अग्नीपथ योजना के तहत अग्नीवीर नाम से सैनिकों की भर्ती आरम्भ: करी गयी है जो भारतीय युवाओं के साथ-साथ देश हित में भी परिलिक्षित नहीं हो रही है ऐसा महसूस होता है जैसे किसी कम्पनी के लिये खास उद्देश्य को पूरा करने के लिये कर्मचारियों की भर्ती हो रही हो।
उक्रांद केंद्रीय उपाध्यक्ष सरिता पुरोहित ने कहा उत्तराखंड क्रांति दल का मानना है कि अग्नीपथ योजना के तहत सैना में भर्ती भारतीय सैना की उच्च सैनिक परम्परा, चरित्र, अनुशासन, देश के प्रति समर्पण व सेवा भाव पर प्रतिकूल असर करने वाली साबित होगी जो भारत की स्वतंत्रता व अखण्डता के लिये उपयुक्त नहीं है।
ज्ञापन देने वालों में केंद्रीय उच्च सलाहाक समिति सदस्य रवीन्द्र वशिष्ठ, केंद्रीय उपाध्यक्ष सरिता पुरोहित व चौधरी बृजवीर सिंह, केंद्रीय सचिव जसवन्त बिष्ट, डा0 उपेंद्र सिंह मलिक, जिला उपाध्यक्ष प्रदीप उपाध्याय, महामंत्री तरुण जोशी व सुमित कुमार और अमर दीप, अजीत कुमार आदी रहे
उक्रांद की उच्च सलाहाक समिति के सदस्य रवीन्द्र वशिष्ठ ने कहा कि अग्नीपथ योजना चार वर्ष के लिये निश्चित अवधी हेतु नियुक्ति (FTA = Fixed Term Appointment) पर आधारित है चार वर्ष के बाद सेवानिवृत्त होते ही अग्नीवीर नाम के सैनिक बेरोज़गार हो जायेंगे। जिस कारण अग्नीवीर नामक सैनिक में शायद जान कुर्बान करने के जज़्बे का भी ह्रास होगा जो किसी भी प्रकार से देश के लिये हितकारी नहीं होगा। सरकार द्वारा अग्नीवीरों की सेवानिवृत्ति पश्चात घोषित लाभकारी योजनाएं अनिश्चित एवं अव्यवहारिक तथा कार्यान्विंत नहीं होने लायक नज़र आती हैं।
उक्रांद केंद्रीय उपाध्यक्ष चौधरी बृज़वीर सिंह ने कहा भाजपा सरकार पर भारतीय सैना में रुकी हुई सैनिकों की भर्ती को पुन: शुरु करने की मंशा से अग्नीपथ योजना के तहत अग्नीवीर नाम से सैनिकों की भर्ती आरम्भ: करी गयी है जो भारतीय युवाओं के साथ-साथ देश हित में भी परिलिक्षित नहीं हो रही है ऐसा महसूस होता है जैसे किसी कम्पनी के लिये खास उद्देश्य को पूरा करने के लिये कर्मचारियों की भर्ती हो रही हो।
उक्रांद केंद्रीय उपाध्यक्ष सरिता पुरोहित ने कहा उत्तराखंड क्रांति दल का मानना है कि अग्नीपथ योजना के तहत सैना में भर्ती भारतीय सैना की उच्च सैनिक परम्परा, चरित्र, अनुशासन, देश के प्रति समर्पण व सेवा भाव पर प्रतिकूल असर करने वाली साबित होगी जो भारत की स्वतंत्रता व अखण्डता के लिये उपयुक्त नहीं है।
ज्ञापन देने वालों में केंद्रीय उच्च सलाहाक समिति सदस्य रवीन्द्र वशिष्ठ, केंद्रीय उपाध्यक्ष सरिता पुरोहित व चौधरी बृजवीर सिंह, केंद्रीय सचिव जसवन्त बिष्ट, डा0 उपेंद्र सिंह मलिक, जिला उपाध्यक्ष प्रदीप उपाध्याय, महामंत्री तरुण जोशी व सुमित कुमार और अमर दीप, अजीत कुमार आदी रहे