उत्तराखण्ड: 48 घंटे में खाली करें गाँव…… लोहारी के ग्रामीणों को प्रशासन ने दिया अल्टीमेटम
तरूण वाणी ब्यूरो
प्रशासन के एक नोटिस पर लोहारी के ग्रामीणों अपने पैतृक गांव, और पुश्तैनी घरों के साथ खेत खलिहान से बिछड़ने का दर्द लेकर नम आंखों ने गांव छोड़ने को मजबूर है। उत्तराखण्ड की एक सौ बीस मेगावाट की महत्वूपर्ण व्यासी बांध परियोजना विद्युत उत्पादन के लिए तैयार है। बांध परियोजना की 60-60 मेगावाट की दोनों टरबाइन मशीन विद्युत उत्पादन के लिए तैयार हो चुकी है, जिसके लिए उत्तराखण्ड जल विद्युत निगम लि0 के प्रबंधन ने बांध परियोजना की झील में पानी भरना भी शुरू कर दिया। झील में 621 आरएल तक पानी भरने के बाद बांध परियोजना की सभी टेस्टिंग हो चुकी हैं। अब बांध परियोजना से विद्युत उत्पादन के लिए 630 आरएल तक पानी भरा जाना जरूरी है। लेकिन 624 आरएल पर लोहारी गांव बसा है। जो अभी भी पूरी तरह खाली नहीं हो पाया है। लोहारी गांव के ग्रामीणों को अन्यत्र विस्थापित करने के बाद ही झील में 630 आरएल तक पानी भर पायेगा। जब प्रशासन से 48 घंटे का नोटिस मिलने के बाद व्यासी जल विद्युत परियोजना से प्रभावित लोहारी गांव के ग्रामीणों ने भारी मन से अपना सामान समेट कर गांव खाली करना शुरू दिया है। ग्रामीणों का आरोप है कि प्रशासन ने 48 घंटे में गांव खाली करने का जो नोटिस दिया है, वह बेहद कम समय है।