उत्तराखण्ड: चंपावत के यशवंत की किस्मत चमकी, 23 करोड़ का पैकेज मिला
योग्यता और प्रतिभा किसी परिचय का मोहताज नहीं होती। वह अपने आप परिलक्षित होती है। उत्तराखण्ड में चंपावत जिले के यशवंत चौधरी की योग्यता ने उन्हें आज उस शिखर पर पहुंचा दिया है जहां अच्छे-अच्छे लोग भी नहीं पहुंच पाते। स्थानीय व्यापारी शेखर चौधरी के बेटे यशवंत ने पिथौरागढ़ से बीटेक करने के बाद 2020 में गेट में 870वीं रैंक हासिल की थी। दो साल पहले उनका प्रशिक्षु प्रबंधक के रूप में बेंगलूरु में चयन हुआ है। यशवंत की उम्र मात्र 24 साल है और उन्हें (30 लाख डॉलर) रूपये 23 करोड़ का पैकेज मिला है। उनका चयन बर्लिन जर्मनी की टेस्ला गीगा फैक्टरी में वरिष्ठ प्रबंधक के लिए हुआ है। 31 जुलाई तक ऑनलाइन काम करने के बाद अगस्त से अक्तूबर तक बेंगलुरु में उनका प्रशिक्षण होगा। बेंगलुरु में अगस्त से प्रशिक्षण के बाद नवंबर में उन्हें बर्लिन में नियुक्ति दी जाएगी।