Saturday, September 13, 2025
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तहसील दिवस पर डीएम की पहल रंग लाई, 122 लोग हुए लाभान्वित

जिलाधिकारी स्वाति एस. भदौरिया की अध्यक्षता में विकासखण्ड सभागार एकेश्वर में तहसील दिवस का आयोजन किया गया। इस दौरान विभिन्न विभागों से संबंधित दर्ज कुल 40 शिकायतों में से अधिकांश का मौके पर ही निस्तारण किया गया। साथ ही एक दर्जन से अधिक विभागों ने स्टॉल लगाकर 122 लोगों को लाभान्वित किया।

तहसील दिवस में विभिन्न जनहित से जुड़ी शिकायतें प्रस्तुत की गयीं। धर्म सिंह द्वारा पीएम राजीव गांधी नवोदय विद्यालय की सुरक्षा दीवार, पेयजल आपूर्ति तथा अभिभावक-शिक्षक संघ से संबंधित समस्याओं को रखा गया जिस पर जिलाधिकारी ने तहसील दिवस कार्यक्रम के बाद संबंधित अधिकारियों के साथ स्वयं जाकर नवोदय विद्यालय का निरीक्षण किया। साथ ही आधार कार्ड बनवाने में आ रही दो शिकायतों को देखते हुए 22 अगस्त को एकेश्वर में विशेष शिविर आयोजित करने के निर्देश दिए गए।

इनके अलावा क्षेत्र में जंगली जानवरों व बंदरों के कारण फसल क्षति के बढ़ते मामले, सड़क सुधार एवं पेड़ कटवाने की समस्या, बिजली कटौती, पेयजल संबंधी मामले आदि पर जिलाधिकारी ने त्वरित रूप से संबंधित अधिकारियों को स्वयं जाकर शिकायत का निस्तारण करने को कहा।

मंगलवार को आयोजित तहसील दिवस में यह पहला अवसर था, जब जिलाधिकारी के निर्देशों के तहत तहसील दिवस में जनसुनवाई के साथ-साथ आमजन को सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ दिए जाने के लिए विभागीय स्टॉल लगाए गए। लगभग एक दर्जन विभागीय स्टॉल के माध्यम से 122 लोगों को लाभान्वित किया गया। जिसमें मुख्यतया स्वास्थ्य विभाग द्वारा 36 लोगों का स्वास्थ्य परीक्षण, आयुर्वेदिक एवं यूनानी विभाग द्वारा 25 लाभार्थियों की स्क्रीनिंग व औषधि वितरण, 22 कृषकों को खाद बीज व कृषि यंत्रों का वितरण, उद्यान विभाग द्वारा 13, पशुपालन विभाग द्वारा 19, समाज कल्याण विभाग द्वारा 7 लोगों को लाभान्वित किया गया, जबकि अन्य विभागों द्वारा योजनाओं की जानकारी दी गयी। इस दौरान जिलाधिकारी ने महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास विभाग की एक लाभार्थी को मुख्यमंत्री महालक्ष्मी किट भी वितरित की।

कार्यक्रम के दौरान जिलाधिकारी ने विभिन्न विभागों द्वारा लगाए गए स्टॉलों का निरीक्षण भी किया और अधिकारियों को जनहितकारी योजनाओं का लाभ लोगों तक पहुंचाने के निर्देश दिए। आयुर्वेदिक एवं यूनानी विभाग को योग संबंधी पंपलेट बनाकर स्कूलों में व्यापक प्रचार-प्रसार करने के निर्देश दिए गए। इस अवसर पर राजकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय सिमारखाल के कक्षा 10 के छात्र सूरज सिंह द्वारा बनाए गए भूकंप अलार्म मॉडल का अवलोकन किया गया, जिस पर जिलाधिकारी ने छात्र को शाबाशी दी। विभागीय स्टॉल्स द्वारा योजनाओं की जानकारी व अन्य लाभ दिया गया।

जिलाधिकारी ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि वे केवल कार्यालयों तक सीमित न रहें बल्कि क्षेत्र में जाकर जनता की समस्याओं का समाधान सुनिश्चित करें, ताकि लोगों को जिला मुख्यालय के चक्कर न लगाने पड़ें।

तहसील दिवस में स्थानीय जनता का उत्साह देखते ही बना। सुबह से ही लोग अपनी समस्याओं व आवेदन पत्रों के साथ सभागार में पहुँचने लगे। ग्रामीण पुरुषों, महिलाओं, युवाओं और बुजुर्गों ने बड़ी संख्या में भाग लेकर अपनी शिकायतें अधिकारियों के समक्ष रखीं और विभागीय स्टॉलों से योजनाओं की जानकारी भी प्राप्त की। स्टॉलों पर भी भीड़ उमड़ी रही, जहाँ लाभार्थियों ने स्वास्थ्य जांच, बीज व कृषि यंत्र वितरण, सामाजिक कल्याण योजनाओं और महालक्ष्मी किट जैसी सुविधाओं का लाभ उत्साहपूर्वक लिया। जनता की सक्रिय भागीदारी से तहसील दिवस केवल शिकायत निस्तारण का ही नहीं बल्कि “जनता और प्रशासन के बीच सीधा संवाद एवं विश्वास का सेतु” बन गया।

तहसील दिवस में मुख्य विकास अधिकारी गिरीश गुणवंत, उपजिलाधिकारी श्रेष्ठ गुनसोला, मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. शिवमोहन शुक्ला, मुख्य शिक्षाधिकारी नागेंद्र बर्तवाल, मुख्य कृषि अधिकारी डॉ. वी.के. यादव, मुख्य पशुचिकित्साधिकारी डॉ. विशाल शर्मा, जिला पूर्ति अधिकारी अरुण कुमार वर्मा, जिला समाज कल्याण अधिकारी रोहित दुबड़िया, जिला कार्यक्रम अधिकारी देवेंद्र कुमार थापलियाल, एसडीओ वन विभाग लक्की शाह व आईशा बिष्ट, जिला आयुर्वेद एवं यूनानी अधिकारी शैलेन्द्र कुमार पाण्डे, खंड विकास अधिकारी नरेश चंद्र सुयाल, तहसीलदार करिश्मा जोशी सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।

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