पुलिस ने अमरदीप को धरना देने से रोका, सभासद की चेतावनी एसआईटी जांच नहीं हुई तो होगा बड़ा आन्दोलन
-त्रिलोक चन्द्र भट्ट
हरिद्वार। नगर पालिका परिषद शिवालिक नगर के पार्षद अमरदीप सिंह उर्फ रोबिन ने नगर पालिका में व्याप्त भ्रष्टाचार के खिलाफ कई दिनों से मोर्चा खोला हुआ है। आज उन्होंने शिवालिक नगर में शनि मंदिर के सामने धरना देने की घोषणा की थी, जिसे पुलिस ने विफल कर दिया। तथापि सहमति बनने पर शिवालिकनगर चौक से सांकेतिक जलूस की शक्ल में धरनास्थल तक पहुंच कर उन्होंने पुलिस अधिकारियों की माध्यम से सरकार को ज्ञापन भेजा और एक महिने के भीतर एसआईटी गठित न होने पर बड़ा आन्दोलन करने की चेतावनी दी।
आज सुबह से ही पुलिस ने शिवालिकनगर धरना स्थल पर भारी पुलिस बल तैनात रखा दिया था। जैसे ही अमरदीप सिंह ‘रोबिन’अपने समर्थकों के साथ शिवालिकनगर चौक से धरना स्थल की ओर बढे़ उन्हें पुलिस ने वहीं पर रोक दिया। काफी देर तक उनकी और समर्थकों की पुलिस के साथ तीखी बहस होती रही। अंततः समर्थकों सहित जलूस के रूप में धरनास्थल तक जाने और तत्काल वहां से लौटने को लेकर सहमति बनने के बाद अमरदीप सिंह शिवालिकनगर चौक से नगरपालिका अध्यक्ष के भ्रष्टाचार के खिलाफ नारे लगाते हुए सीआईएसएफ काम्पलेक्स के निकट बने शनि ंमंदिर के आगे से होते हुए वापिस शिवालिक नगर लौट गये।
उन्होंने उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए इसे जनता के द्वारा भ्रष्टाचार के विरूद्ध आन्दोलन बताया। उन्होंने कहा कि अगर नगर पालिका अध्यक्ष राजीव शर्मा के कार्यकाल में हुए घोटालों की जांच के लिए एक महिने के भीतर एसआईटी गठित नहीं की गई तो बड़ा जन आन्दोलन चलाया जायेगा। उन्होंने नगर पालिका शिवालिकनगर में में व्याप्त भ्रष्टाचार व अनियमितताओं एवं वर्तमान अध्यक्ष के आय स्रोतों की रिटायर्ड न्यायाधीश की अध्यक्षता में अविलंब एसआईटी जांच, स्ट्रीट लाइट क्रय व लगानें में भ्रष्टाचार, कूड़ा निस्तारण व डोर-टू-डोर कलेक्शन संबंधित घोटाले, टेंडर संबंधित घोर अनियमितता, जनहित के कार्य आवंटन में अध्यक्ष की मनमानी, भ्रष्ट ठेकेदारों व अधिकारियों की सूची सार्वजनिक करने, तथा नगरपालिका परिषद क्षेत्र की मुख्य सड़कों के किनारें अवैध अतिक्रमण गतिविधियों पर त्वरित रोक की मांग की।
उन्होंने कहा कि आन्दोलन का दमन करने के लिए प्रशासन ने हमारा क्षेत्र छावनी में बदल दिया है। जबकि नगर पालिका अध्यक्ष लूट और भ्रष्टाचार की सीमांए तोड़ता जा रहा है। उन्होंने कहा कि 6.8 करोड़ के लाइट घोटाले में अब तक कोई कार्यवाही नहीं हुई है जबकि पालिका अध्यक्ष द्वारा नगर पालिका क्षेत्र के बजाय अपना व्यक्तिगत विकास किया जा रहा है।, उन्होंने सवाल किया किया कि 75 हजार रूपये महिने कमाने वाला कैसे 14-15 करोड़ रूपये बनाता है ? और कैसे टोएटा, फारचूनर ले आता हैं? इस अवसर पर उत्तराखण्ड स्वाभिमान मोर्चा के प्रदेश प्रवक्ता हिमांशु रावत, और बी0के0 सिन्हा आदि ने भी लोगों को संबोधित किया।