सचिवालय पर गरजी आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, पुलिस से हुई धक्का-मुक्की
लंबे समय से मानदेय बढ़ोतरी की मांग कर रही प्रदेशभर की आगंनबाड़ी कार्यकताओं ने मात्र 500 रुपये वेतन बढ़ोतरी को नाकाफी बताते हुए सरकार के प्रस्ताव के विरोध में सचिवालय कूच कर राजधानी देहरादून में हल्ला बोला। बड़ी संख्या में सरकार के खिलाफ प्रदर्शन में उतरी कार्यकर्ताओं को पुलिस ने सचिवालय गेट से पहले ही बेरीकेटिंग लगाकर रोक दिया। पुलिस द्वारा रोके जाने पर वहां धक्का-मुक्की और नोकझोंक शुरू हो गई। इस दौरान उत्तराखंड राज्य आंगनबाड़ी कर्मचारी संघ की प्रदेश महामंत्री सुशीला खत्री और हरिद्वार की आगंनबाड़ी कार्यकर्ता सुंदरबाला बेहोश हो गईं। वहीं आंगनबाड़ी संयुक्त संघर्ष मोर्चा की जिलाध्यक्ष ज्योतिका पांडे भी चोटिल हो गईं। प्रदेशभर के आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के संगठनों बैनर पर कार्यकर्ता परेड ग्राउंड में एकत्र हुए थे जहां से उन्हांेने सचिवालय कूच किया। देर शाम मुख्यमंत्री के पीआरओ द्वारा आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को आगामी कैबिनेट से पहले मुख्यमंत्री से वार्ता कराने का आश्वासन दिया। आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने वेतन बढ़ोतरी सहित उनकी अन्य मांगों पर सकारात्मक कार्रवाई न होने पर एक नवंबर से पूर्ण कार्यबहिष्कार की चेतावनी दी है। उन्होंने कहा कि उन्हें दिया जाने वाला साढ़े सात हजार रुपये मानदेय आज के समय में नाकाफी है। सरकार ने केवल पांच सौ रुपये वेतन बढ़ोतरी कर हमारा अपमान किया है। प्रदर्शनकारियों का कहना था कि कैबिनेट मंत्री रेखा आर्य ने आश्वासन दिया था, कि अगली कैबिनेट में हमारा मानदेय बढ़ोत्तरी का प्रस्ताव रखेंगे, लेकिन नहीं रखा गया।