वर्तमान में 12 टन क्षमता के वाहन ही यहां से गुजर सकेंगे। वृहस्पतिवार से रोडवेज बसों का होगा संचालन शुरू
स्वाला डेंजर जोन में आज सुबह से बड़े वाहनों की आवाजाही शुरू होने से लोगों को बहुत बड़ी राहत मिली है। मंगलवार की रात भर यहां साइड के उसे स्थान में पत्थरों से भरान का कार्य जारी रहा जहां सड़क धस्ती जा रही थी। आज सुबह मैदानी क्षेत्र से लोडेड भारी वाहनों की निकासी का ट्रायल किया गया, जो सफल रहा सुबह से यहां दर्जनों वाहनो के गुजरने के बाद भी सड़क नहीं धसी।राष्ट्रीय राजमार्ग के अधिशासी अभियंता दीपक जोशी ने बताया की 12टन क्षमता वाले वाहनों की आवाजाही शुरू होने का ट्रायल सफल रहा।
राष्ट्रीय राजमार्ग में खोमचा, होटल, ढाबा चलाने वालों के मुरझाए चेहरों में मुस्कान देखी गई।इसी के साथ राज मार्ग में पसरा सन्नाटा भी चहल पहल में बदल गया है। जिससे व्यापारीयो ने भी काफी राहत ली है।हालांकि नवे दिन से ही यहां छोटे वाहनों की आवाजाही शुरू हो गई थी। किंतु सामान से लदे बड़े वाहन सडक खुलने की इंतजारी मे टनकपुर में खड़े थे। जिससे चम्पावत व पिथौरागढ़ जिलों में आवश्यक जिन्सो की स्थिति पैदा हो गई थी।
राष्ट्रीय राजमार्ग में वाहनों की गति रोकता आ रहा स्वाला डेंजर जोन का स्थाई समाधान किए जाने की चौतरपा मांग की जाने लगी है। सामरिक दृष्टि से महत्वपूर्ण इस मार्ग का लंबे समय तक बंद रहना राष्ट्रीय सुरक्षा की दृष्टि से भी खतरनाक है।हालांकि गत वर्ष जहां इस जोन में कम सड़क धसने के बाद उसे खोलने में लंबा समय लग गया था।इस दफा उससे अधिक सड़क ही साफ होने के बावजूद कम समय में सड़क को खोलना संभव हुआ है।
यह बात अलग है कि रात दिन सड़क खोलने के लिए जिलाधिकारी मनीष कुमार का हर वक्त साइड में बने रहने से एन एच का कार्य रात दिन पालियो चलता रहा।सहायक अभियंता नवीन टम्टा के अनुसार दो दिन तक रात में और मरम्मत का कार्य किया जाएगा।जिससे वाहनों की आसानी से निकासी शुरू की जा सके। रोडवेज द्वारा बृहस्पतिवार से अपने पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार बसो का संचालन शुरू कर दिया जाएगा। एआरएम धीरज वर्मा के अनुसार आज उन्हें विधिवत पुलिस व प्रशासन की ओर से बसों के संचालन की अनुमति मिल चुकी है।
फोटो।स्वाला डेंजर जोन में मैदानी क्षेत्रो से लोडेड भार वाहन गुजरता हुआ।