पंजाब कांग्रेस में घमासान, पार्टी दो फाड़ होने के कगार पर
पंजाब कांग्रेस के प्रभारी हरीश रावत द्वारा पंजाब के दो बड़े नेताओं कैप्टन अमरिंदर सिंह और नवतेज सिंह सिद्घु के मतभेद खत्म होने के संकेत देने के बाद मामला और उलझता दिखाई दे रहा है। वरिष्ठ नेताओं के बीच मचे घमासामन के बाद हालात यहां तक पहुंच गये हैं कि पार्टी दो फाड़ होने के कगार पर पहुंच गयी है। ज्ञातव्य है कि कैप्टन और सिद्धु के बीच काफी लंबे समय से मतभेद चल रहे हैं जिसको सुलझाने के लिए पंजाब के प्रभारी हरीश रावत ने कहा था अमरिंदर सिंह मुख्यमंत्री बने रहेंगे और सिद्धु पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष होंगे। लेकिन हरीश रावत का बयान आते ही कैप्टन नाराज हो गये। उन्होंने मोहाली के सिसवां स्थित अपने फार्म हाउस पर करीब विधायकों, मंत्रियों और सांसदों की बैठक बुलाई है तो सिद्धु कैबीनेट मंत्री सुखजिंदर सिंह रंधावा के घर चंडीगढ़ में आधा दर्जन मंत्रियों और दस विधायकों के साथ बैठक कर रहे हैं।
कैप्टन खेमा हाई कमान पर दबाव बनाकर सिद्धु की पार्टी प्रदेश अध्यक्ष के रूप मे ताजपोशी रोकने की कोशिश में है तो नवतेल सिद्धु और कैप्टन विरोधी खेमा अब मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह से दो-दो हाथ करने को तैयार है। ऐसे में आगामी विधानसभा चुनाव से पूर्व पंजाब कांग्रेस दो फाड़ होने के कगार पर पहुंच गयी है