ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रूट पर जनवरी 2025 से दौड़ेंगी ट्रेने
उत्तराखण्ड में 125.20 किलोमीटर लंबी केंद्र सरकार और रेल मंत्रालय की महत्वाकांक्षी योजनाओं में एक ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल परियोजना के निर्माण का कार्य 2024 तक पूर्ण करने के निर्देश दिये गये हैं। हिमालयी क्षेत्र की इस महत्वूपूर्ण रेल परियोजना के पूर्ण होने के बाद उत्तराखंड से जुड़ी चीन की सीमाओं पर भारतीय सेनायें तेजी से पहुंच सकेंगी। सब कुछ ठीक ठाक चलता रहा तो, जनवरी 2025 से ऋषिकेश.कर्णप्रयाग रूट पर ट्रेने दौड़ने लगेंगी। जों 35 पुलों के साथ ही 17 सुरंगों के बीच से गुजरेंगी। पर्यटन व सामरिक महत्व की इस परियोजना में 84.24 प्रतिशत रेलवे ट्रैक सुरंगों के बीच से गुजरेगा। रेल परियोजना के तहत एक सुरंग को 20 किलोमीटर लंबा बनाया जा रहा है जो हिमालयी राज्यों में सबसे लंबी सुरंग होगी। सरकार द्वारा इस रेल परियोजना पर 16 हजार करोड़ रुपये खर्च किए जा रहे हैं।