प्रयागराज के माघ मेले में 28 जनवरी को होगी धर्म संसद। शांभवी पीठाधीश्वर स्वामी आनंद स्वरूप ने की घोषणा
जब तक भारत हिंदू राष्ट्र घोषित नहीं हो जाता तब तक धर्मसंसद देश भर में लगातार चलती रहेंगी। 22-23 जनवरी को अलीगढ़ में होने वाली धर्मसंसद के साथ ही अब 28 जनवरी को प्रयागराज में माघ मेले के दौरान भी धर्मसंसद का आयोजन किया गया जाएगा। धर्म संसद के आयोजक व शांभवी पीठाधीश्वर स्वामी आनंद स्वरूप ने हरिद्वार में यह घोषणा की है। उन्होंने कहा कि धर्म संसद के आयोजन को लेकर कोर कमेटी के सदस्यों ने साधु-संतों से भेंट करनी शुरू कर दी है। प्रयागराज में चल रहे माघ मेले में आए साधु-संतों के बीच प्रमुख बातों पर विचार विमर्श होगा। उन्होंने जितेन्द्र नारायण त्यागी और यति नरसिंहानन्द की गिरफ्तारी को अनुचित करार देकर उनकी रिहाई की मांग करते हुए इसे हिन्दु धर्मावलंबियों का उत्पीड़न बताया। उन्होंने कहा कि संत का जन्म ही धर्म की रक्षा के लिए होता है और वे वही कहते हैं जो शास्त्र कहते हैं और जो शास्त्र सम्मत होता है। शांभवी पीठाधीश्वर ने कहा कि धर्म निर्पेक्षता के नाम पर हिन्दुओं और साधु संतो की आवाज को जिस तरह दबाने और अभिव्यक्ति की आजादी छीनने की जो कोशिशें हो रही हैं, उसे बर्दाश्त नहीं किया जा सकता।