MSW की गिरती गुणवत्ता पर चिंता व्यक्त
श्रीनगर । गढ़वाल विश्वविद्यालय बिड़ला परिसर , के समाजकार्य विभाग के छात्र छात्राओं के प्रयास से वर्चुवल माध्यम से उत्तराखण्ड में समाजकार्य के उत्थान के लिए एकजुट होने के उद्देश्य से बैठक का आयोजन किया गया । जिसमें उत्तराखण्ड के सुदूर जनपदों एवं देश के विभिन्न भागों में कार्यरत उत्तराखण्ड के युवाओं द्वारा प्रतिभाग किया गया। विश्वविद्यालय के पूर्व छात्रों द्वारा प्रदेश में MSW की गिरती गुणवत्ता पर दुःख प्रकट करते हुए चिंता व्यक्त की गई कि शिक्षा माफिया द्वारा डिस्टेंस मोड में बिना फील्ड वर्क के एम एस डब्लू की डिग्रियां बेची जा रही हैं जिससे शिक्षा की गुणवत्ता तो घट ही रही है साथ ही बिना प्रशिक्षण के डिग्री मिलने के बाद राज्य के युवा नौकरी पाने में भी सफल नहीं हो पाते हैं। राज्य में प्रतिवर्ष राज्य तथा केन्द्रीय परियोजनाओं में निकलने वाली भर्तियों में राज्य के युवाओं को वरीयता न मिलने के कारण पलायन भी बढ़ रहा है,जबकि जनस्वास्थ्य, पोषण,श्रम कल्याण, आजीविका संवर्धन,कौशल विकास,एवम आपदा प्रबंधन जैसे क्षेत्रों में समाजकार्य प्रशिक्षित युवाओं की आवश्यकता होती है। प्रतिवर्ष बिड़ला परिसर श्रीनगर से ही 40 युवा डिग्री प्राप्त करते हैं और पिछले 10 वर्षों में 400 से अधिक युवा यहां से प्रशिक्षण प्राप्त कर चुके हैं,किंतु विश्वविधालय स्तर पर प्लेसमेंट की व्यवस्था न होने तथा स्पष्ट रोजगार नीति न होने के कारण या तो बेरोजगारी का दंश झेल रहे हैं या पलायन को मजबूर हैं।वक्ताओं ने कहा कि शीघ्र ही मुख्यमंत्री जी से मुलाकात कर उत्तराखण्ड में संस्थागत समाज कार्य के छात्र छात्राओं के हित के लिए आवश्यक नीति बनाने के लिए आग्रह किया जाएगा।साथ विभिन्न विभागों द्वारा एमएसडब्ल्यू के स्थान पर सुनियोजित तरीके से एमबीए /एमपीएच आदि को वरीयता देने की निंदा की गई।
बैठक में सम्मिलित प्रतिभागियों ने आपसी परिचय के बाद सोशल वर्क के के क्षेत्र में आ रही समस्याओं पर ध्यानाकर्षण किया और महेंद्र कफोला जी द्वारा सुझाव दिया गया कि बिना पंजीकृत ट्रेड यूनियन या असोसिएशन के इन सबका समाधान कठिन है सुश्री रंजीता जुयाल ने महिला एवम बाल विकास मंत्रालय तथा शिक्षा से संबंधित परियोजनाओं में MSW की संभावनाओं पर चर्चा की और संगठन की जरूरत को बताया, श्री अनिल सिंह जी ने हरियाणा से बैठक में वर्चुवल प्रतिभाग किया और इस सम्भावना पर खुशी जताई कि उत्तराखंड में रोजगार मिलने पर गृह राज्य में काम करने का सपना पूरा हो सकता है, आज की बैठक में विशेष आमंत्रित सदस्य के रूप में पूर्व में NHM के जिला कार्यक्रम प्रबंधक रहे प्रीतम सिंह नेगी जी का मार्गदर्शन प्रतिभागियों को मिला।