लांसनायक राजेंद्र ने ही की लेफ्टिनेंट संजय चंद की हत्या
पिथौरागढ़ के जवान की असम के तिनसुकिया जिले में हुई मौत किसी उग्रवादी हमले में नहीं बल्कि उसी के साथी के हाथों हुई। लांसनायक राजेंद्र प्रसाद और लेफ्टिनेंट संजय चंद के बीच किसी बात पर बहस इतनी बढ़ी कि लांसनायक राजेंद्र प्रसाद ने अपनी इंसास असॉल्ट राइफल की मैगजीन में मौजूद सभी 20 गोलिया गोलियां संजय चंद पर दाग कर उसके शरीर को छलती कर दिया। जिससे संजय की मौके पर ही मौत हो गई। पुलिस ने घटनास्थल से असॉल्ट राइफल और 20 राउंड कारतूस जब्त किए हैं। लाइपुली इलाके में सेना के वरिष्ठ अधिकारियों की सूचना पर पुलिस आरोपी राजेंद्र प्रसाद को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। उधर असम में तिनसुकिया सिविल अस्पताल में संजय चंद के शव को पोस्टमॉर्टम के बाद उनके घर भेजा जा रहा है। हैरानी की बात ये है कि उत्तराखंड में लोग सच से अनजान होकर उन्हें उग्रवादी हमले में शहीद बताकर श्रद्धांजलि दे रहे हैं। वर्ष 2008 में सेना का हिस्सा बने संजय मूल रूप से पिथौरागढ़ जिले में बड़ावे क्षेत्र के तोली गांव के निवासी थे।