पत्रकार के कपड़े उतरवाने पर पुलिस अधिकारी सस्पेंड

मध्य प्रदेश में एक स्थानीय रंगकर्मी की गिरफ़्तारी का विरोध लोगों से सीधी कोतवाली में कपड़े उतरवाने कोे लेकर बवाल मच गया है। पुलिस ने गिरफ्तार सभी को पकड़ कर उनके कपड़े उतरवाए और थाने में इनकी परेड निकाली। वाइरल तस्वीर में दिख रहे आठ अर्धनग्न लोगों में से दो स्थानीय पत्रकार हैं और बाकी लोग नाट्यकर्मी हैं। इस मामले में उच्चाधिकारियों द्वारा कार्रवाई करते हुए दो पुलिस अधिकारियों को सस्पेंड कर दिया है। घटना सीधी ज़िले में कोतवाली की है।
घटना का मुख्यमंत्री द्वारा संज्ञान लिये जाने के बाद पत्रकारों के साथ हुए दुर्व्यवहार के लिए सीधी जिले के एसपी मुकेश कुमार श्रीवास्तव ने थाना प्रभारी कोतवाली मनोज सोनी और अमिलिया थाना प्रभारी अभिषेक सिंह को निलंबित कर लाइन अटैच करने के आदेश जारी किए हैं।
तस्वीर में दिख रहे लोगों में एक पत्रकार कनिष्क तिवारी और उनका कैमरामैन है। बाकी सभी स्थानीय नाट्यकर्मी और आरटीआई एक्टिविस्ट हैं जो एक मामले में रंगकर्मी नीरज कुंदेर की गिरफ़्तारी का विरोध कर रहे थे। बकौल कनिष्क तिवारी वो ‘एमपी संदेश’ न्यूज़ के नाम से यूट्यूब चैनल चलाते हैं जिसके एक लाख से अधिक फ़ॉलोवर हैं। स्थानीय पुलिस ने नीरज कुंदेर को फर्ज़ी फ़ेसबुक प्रोफ़ाइल बनाकर स्थानीय विधायक केदारनाथ शुक्ला के खिलाफ़ अपमानजनक टिप्पणी करने के आरोप में गिरफ़्तार किया था। नाट्यकर्मी इसी का विरोध कर रहे थे। कनिष्क का कहना है कि वे अपने कैमरामैन के साथ कवरेज करने गये थे। कनिष्ठ तिवारी अपने यूट्यूब चैनल पर कलाकार की गिरफ़्तारी पर रिपोर्ट कर रहे थे। कनिष्क का कहना है कि वे स्थानीय बीजेपी विधायक केदारनाथ शुक्ला के खिलाफ़ ख़बरें चलाते रहे हैं और उन्हीं के इशारे पर पुलिस ने नाट्यकर्मियों के साथ-साथ उन्हें भी हिरासत में लिया और उनके साथ मारपीट की।
कनिष्क का आरोप है कि रंगकर्मी विरोध प्रदर्शन कर रहे थे। पुलिस ने उन्हें हिरासत में लिया तो मैं उसकी कवरेज कर रहा था। पुलिस ने मेरे कैमरामैन के साथ मुझे भी पकड़ लिया। हम सबको अर्धनग्न करके थाने में जुलूस निकाला गया। बाद में थानाध्यक्ष के कमरे में ये तस्वीर खींची गई।

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