राज्य आंदोलनकारियों ने उठाई पार्षद को बर्खास्त करने की मांग
देहरादून में उत्तराखण्ड राज्य आन्दोलनकारियों और नगर निगम कर्मचारियों ने महापौर से मिलकर शहीद राज्य आन्दोलनकारी राजेश रावत पर अपत्तिजनक टिप्पणी करने वाली कांग्रेस पार्षद मीना बिष्ट को बर्खास्त करते की मांग की है।
बीती रोज राज्य आंदोलनकारी संगठन के पदाधिकारी जगमोहन सिंह नेगी के नेतृत्व में महापौर से मिले और पार्षद को निगम बोर्ड से बर्खास्त करने की मांग की। नगर निगम कर्मचारी संघ के पदाधिकारियों ने भी महापौर से मुलाकात कर पत्र पार्षद के विरूद्ध शिकायती पत्र दिया। निगम कर्मचारियों ने कहा कि जिस नगर निगम के महापौर, कुछ पार्षद व कर्मचारी राज्य आंदोलनकारियों हों, वहां एक पार्षद की तरफ से ऐसी हरकत करना, निंदनीय है।
बता दें कि नगर निगम देहरादून की सोमवार को हुई बोर्ड बैठक में चंदर रोड नई बस्ती का नाम राज्य आंदोलनकारी बलिदानी राजेश रावत के नाम पर करने के प्रस्ताव का विरोध कर रहीं कांग्रेस पार्षद मीना बिष्ट ने स्व. रावत को पत्थरबाज कहा था। उन्होंने कहा था कि वह स्व. रावत को आंदोलनकारी मानती ही नहीं। इस दौरान उन्होंने आतंकवादी तक से स्व. रावत की तुलना कर दी। जिसके बाद बैठक में जमकर हंगामा हुआ तो पार्षद बैठक छोड़कर चली गईं। कुछ घंटे के बाद पार्षद द्वारा लिखित में माफी मांगने के बाद भी यह मामला शांत नहीं हुआ। पूरे उत्तराखण्ड में राज्य आन्दोलनकारी कांग्रेस पार्षद के विरोध में आ गये। मामले की गंभीरता को देखते हुए कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने पार्षद को कांग्रेस की सदस्यता से निलंबित कर तीन दिन में जवाब मांगा था। ऐसा न करने पर निष्कासन की चेतावनी दी गई। वहीं प्रदेश अध्यक्ष माहरा व पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने भी कांग्रेस पार्षद के कृत्य के लिए राज्य आंदोलनकारियों व प्रदेश की जनता से सार्वजनिक रूप से माफी मांगी थी।