उत्तराखण्ड की वंदना कटारिया ने टोक्यो ओलंपिक में इतिहास रचा
हरिद्वार की रहने वाली वंदना कटारिया ओलंपिक के इतिहास में हैट्रिक लगाने वाली पहली भारतीय महिला खिलाड़ी बन गई हैं। स्ट्राइकर वंदना कटारिया की ऐतिहासिक हैट्रिक के दम पर भारत ने दक्षिण अफ्रीका की टीम को 4.3 से हराकर क्वार्टर फाइनल में एंट्री कर ली। वंदना ने पहले क्वार्टर ने भारत को शानदार शुरुआत दिलाते हुए चौथे मिनट में गोल दाग दिया। उन्होंने चौथे, 17वें और 49वें मिनट में गोल किया। 49वें मिनट में कटारिया ने तीसरा गोल करते हुए भारत को 4-3 से आगे कर दिया जो निर्णायक साबित हुआ। भारत को इस प्रतियोगिता में बने रहने के लिये हर हालत में यह मैच जीतना था, इसीलिए भारत की हाकी टीम के लिए यह करो या मरो का मुकाबला था। जिसमें उसने शानदार प्रदर्शन किया। भारत की तरफ से वंदना कटारिया ने तीन और नेहा गोयल ने एक गोल दागा। इस तरह वंदना कटारिया ओलंपिक के किसी मैच में हैट्रिक लगाने वाली पहली भारतीय महिला खिलाड़ी बन गई हैं। इस जीत से भारतीय हॉकी टीम के अगले दौर में जाने की उम्मीदें बढ़ गयीहैं।
15 अप्रैल 1992 को हरिद्वार के रोशनाबाद में जन्मी वंदना कटारिया पिछले कुछ सालों में भारत कीे सबसे बेहतर और अग्रिम खिलाड़ियों में से एक हैं। वे भारत की महिला हाकी टीम की कप्तान रह चुकी हैं। 2006 में भारतीय जूनियर टीम का हिस्सा बनी वंदाना को 2010 में सीनियर राष्ट्रीय टीम में लिया गया था। वह 2013 में जर्मनी में हुए जूनियर विश्व कप में कांस्य पदक जीतने में सफल रहीं। इस दौरान यह इस प्रतियोगिता में सबसे ज्यादा गोल करने वाली खिलाड़ी बनीं.