उत्तराखण्ड सीमा पर बढ़ी चीनी गतिविधियां, भारत ने चौकसी बढ़ाई
उत्तराखण्ड के मलारी घाटी में स्थित बाड़ाहोती (वास्तविक नियंत्रण रेखा) पर स्थानीय लोगों द्वारा चीनी सैनिकों गश्त करते देखा गया है। बताया जा रहा है कि कुछ चीनी सैनिक घोड़ां पर सवार होकर होतीगाड़ तक आये और कुछ देर रूक कर वापिस चले गये थे। सूचना मिलने पर भारतीय सेना ने अपनी निगरानी और सतर्कता बढ़ा दी है। करीब 6 महिने बाद इस क्षेत्र में पुनः चीनी सैनिकों की गतिविधियां देखी गयी हैं। जानकारी के अनुसार 40 चीनी सैनिकों को वास्तविक नियंत्रण रेखा पर गश्त करते हुए देखा गया था। विगत दिनों चीनी सेना ने बाड़ाहोती के पास अपने हवाई हड्डे पर गतिविधियां बढ़ायी हैं। यहां से हेजीकाप्टर और ड्रोनों का परिचालन किया जा रहा है।
उत्तराख्ण्ड में 345 किलोमीटर लंबी सीमा मे सं करीब 100 कि0मी0 चमोली जिले में है। चमोली में जोशीमठ से 62 कि0 मी0 दूर मलारी है और यहां से 4
किलोमीटर की दूरी पर फारवर्ड पोस्ट रिमखिम स्थित है । यहीं तक सड़क की सुविधा है। इससे आगे बाड़ाहोती तक पहुंचने के लिए करीब तीन किलोमीटर रास्ता पैदल तय करना पड़ता है। दरअसलए बाड़ाहोती 10 किलोमीटर लंबा और तीन किलोमीटर चौड़ा एक चारागाह है। स्थानीय लोग यहां अपने मवेशी लेकर आते हैं। इस दौरान कई बार उनका चीनी सैनिकों से सामना भी हुआ है। नीती और मलारी क्षेत्र में भोटिया जनजाति के लोग निवास करते हैं। वर्ष 1962 से पहले यहां के लोगों के तिब्बत से व्यापारिक रिश्ते थे।