हरिद्वार धर्म संसद मामले में दो और आरोपियों के विरूद्ध भी मुकदमा दर्ज
सप्ताहभर पूर्व हरिद्वार के वेद निकेतन में हुई धर्म संसद में धर्म विशेष के विरूद्ध भड़काऊ भाषण देने के आरोप में उत्तर प्रदेश के शिया वक्फ बोर्ड के पूर्व चेयरमैन वसीम रिजवी (जितेंद्र नारायण त्यागीद्) के बाद अब धर्मदास और साध्वी अन्नपूर्णा के खिलाफ भी मुकदमा दर्ज कर लिया है। यह कदम पुलिस द्वारा वाइरल वीडियो और अपनी जांच के बाद उठाया है। इसकी जांच खड़खड़ी चौकी प्रभारी विजेंद्र सिंह कुमांई को सौंपी गई। विवेचक विजेंद्र कुमांई ने विवेचना के बाद दो और आरोपियों के नाम बढ़ा दिए है जबकि अन्य लोगों के संबंध में जांच अभी जारी है। मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए एसएसपी डॉoयोगेंद्र सिंह रावत ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए अधीनस्थों की बैठक बुलाकर आवश्यक दिशा निर्देश दिए थे।
दूसरी ओर धर्म संसद में भाग लेने वाले आनंद स्वरूप का कहना है कि हम अपने सुविचारित बयानों पर कायम हैं । अगर कोई हमारी बहन से दुष्कर्म करे तो क्या हम उसे मार नहीं डालेंगे? उन्होंने कहा कि वक्ताओं ने ऐसे व्यक्तियों को मारने की बात की थी, न कि आम मुसलमान की जो हमारे मित्र हैं।
गौरतलब है कि 17 से 19 दिसंबर तक हरिद्वार में आयोजित धर्म संसद में देशभर से हिंदुत्व से जुड़ी हस्तियां शामिल थीं। जिनमें हिंदू रक्षा सेना के अध्यक्ष स्वामी प्रबोधानंद गिरी, हिंदू महासभा की जनरल सेक्रेटरी साध्वी पूजा पांडे, स्वामी आनंद स्वरूप, यति नरसिंहानंद, धर्मराज महाराज, सिंधु सागर स्वामी, भाजपा प्रवक्ता स्वामी उपाध्याय, सुदर्शन चैनल के सुरेंद्र चव्हाणके, उत्तर प्रदेश सरकार के राज्य मंत्री राजेश्वर सिंहए बीजेपी नेता अश्विनी उपाध्याय और उदिता त्यागी सहित कई लाोग शामिल हुए थे।