Chardham Yatra : यमुनोत्री मार्ग पर भूधंसाव के चलते 12 हजार यात्री फंसे
छोटे वाहनों के लिए मार्ग खुला, लेकिन बड़े वाहन अभी भी फंसे हुये हैं
उत्तराखण्ड में यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर राना चट्टी के पास दुबारा हुए भूधंसाव के कारण यात्रा मार्ग अवरुद्ध हो गया। जिस कारण डामटा से लेकर जानकीचट्टी तक 1500 से अधिक वाहनों में सवार 12 हजार से अधिक यात्री जगह-जगह फंसे रहे। हालांकि प्रशासन की मुस्तेदी से देर रात छोटे वाहनों की आवाजाही के लिए मार्ग खोल दिया गया लेकिन बड़ी बसें अभी भी फंसी हुई हैं। जिनके लिए रास्ता खोलने में चार से पांच दिन का समय लग सकता है। यात्रा मार्ग अवरुद्ध होने पर स्थिति का जायजा लेने के लिए जिलाधिकारी अभिषेक रूहेला और पुलिस अधीक्षक अर्पण यदुवंशी को यमुना घाटी पहुंचे और उन्होंने सड़क खोलने के काम में तेजी जाने के निर्देश दिये। जिलाधिकारी के आदेश पर जानकीचट्टी के लिए शटल सेवा शुरू की गई है। जिसमें छोटे वाहनों के जरिये यात्री जानकी चट्टी जाएंगे और यमुनोत्री में दर्शन करने के बाद बड़कोट लौटेंगे। इसके लिए प्रशासनिक स्तर पर 47 किलोमीटर का 150 रुपये किराया तय किया है। वहीं जिलाधिकारी के सुझाव पर यमुनोत्री धाम जाने के इंतजार में खड़ी 40 बसों में सवार करीब 1800 यात्री गंगोत्री के लिए रवाना हुए। उन्होंने कहा कि यमुनोत्री राजमार्ग पर भूधंसाव के अवरोध के दौरान बसों में सफर करने वाले यात्रियों को सुझाव दिया गया है कि वह पहले गंगोत्री धाम की यात्रा करें।