काटल गांव में बादल फटा ग्रामीण घर छोड़ कर भागे
ऋषिकेश और आसपास के क्षेत्रों में हुई भारी बारिश और नरेंद्र नगर ब्लॉक के काटल गांव में बादल फटने से खेत, बिजली के पोल और पैदल मार्ग पर बना पुल बहने की खबर है। यहां काटल गदेरे में पानी के साथ मिट्टी, पत्थर और बड़े.बड़े बोल्डर आते देश ग्रामीण घर छोड़ कर सुरक्षित स्थानों पर चले गये। वे डर के मारे रात भर सो नहीं पाए। कई ग्रामीणों के खेत, आंगन और पुस्ते टूट गए हैं। भारी बारिश के कारण गांव के बिजली के खंबे भी बह कर गिर गये। जिससे विद्युत आपूर्ति बाधित हो गयी। काटल गदेरे पर बना पैदल घाट पुल भी बहने खबर है। गंगा और उसकी सहायक नदियों में बढ़े जलस्तर के कारण चंद्रभागा, सौंग, सुसवा, हेंवल, संजयझील, बीन नदी ने विकराल रूप धारण कर लिया। ऋषिकेश का त्रिवेणीघाट आरती स्थल पूरी तरह जलमग्न हो गया। इससे स्वर्गाश्रम, मुनिकीरेती, लक्ष्मणझूला, त्रिवेणीघाट पर गंगा घाटों और तटों से ऊपर पानी आ गया। गंगा का जल स्तर लक्ष्मणझूला स्थित संतसेवा घाट, बॉबेघाट, लक्ष्मीनारायण, परमार्थ निकेतन, सुरक्षा कारणों से प्रशासन को गंगा घाटों और तटों पर पर्यटकों के जाने व स्थान करने पर रोक लगानी पड़ी। बीन नदी ऊफान पर आने से चीला.बैराज मोटर मार्ग भी बंद रहा।