देहरादून-ऋषिकेश मार्ग पर बाढ़ में बहे पुल की जगह बनना था दूसरा पुल, सामने आयी एनएच की घोर लापरवाही
रानीपोखरी के पास जाखन नदी में आयी बाढ़ से देहरादून-ऋषिकेश को जोड़ने वाले 431 मीटर लंबे पुल के समान्तर डबल लेन 450 मीटर लंबा मोटर पुल बनना था। लेकिन अधिकारियों की घोर लापरवाही के चलते केन्द्रीय सड़क निधि के तहत बजट स्वीकृत होने के बावजूद इसका निर्माण कार्य शुरू ही नहीं हुआ। वर्ष 2018 और 2020 में लोक निर्माण विभाग के नेशनल हाइवे डिवीजन डोईवाला की ओर से 1411.70 लाख की संशोधित डीपीआर का विस्तृत कार्य विवरण बनाकर केन्द्रीय सड़क परिवहन मंत्रालय को भेजा गया था। लेकिन बजट स्वीकृत होने के बाद भी इस पर काम शुरू नहीं हो पाया। अब लोक निर्माण विभाग और वन विभाग लेट लतीफी के लिए ठींकरा एक दूसरे के सिर फोड़ रहे हैं। लोक निर्माण विभाग के अधीक्षण अभियंता पी एस वृजवाल कहते हैं कि वन विभाग ने भूमि हस्तांतरण नहीं किया, जबकि वन विभाग थानों के रेज के अधिकारी नत्थीलाल डोभाल का कहना है कि एनएस के अधिकारियों ने नया पुल निर्माण हेतु वन विभाग से भूमि हस्तांतरण के लिए आवेदन ही नहीं किया। गौर तलब है कि प्रस्तावित निमा्रण स्थल देहरादून वन प्रभाग के थानों रेंज में आता है। इस मामले में डीपीआर बनाने वाले और एनएच की घोर लापरवाही सामने आ रही है। अन्यथा बाढ़ में बहे 57 साल पुराने पुल के समांतर अब तक नया पुल कब का तैयार हो जाता ।