माननीयों ने 53.85 करोड़ बर्बाद कर दिये
जिन सांसदों को अपना प्रतिनिधि बनाकर हम संसद में भेजते हैं उन माननीयों ने इस मानसून सत्र में हंगामा और शांति भंग कर देश के 53.85 करोड़ रूपये बर्बाद कर दिये। संसद में सदन की एक घंटे की कार्यवाही पर करीब ढाई लाख रूपया खर्च आता है। लेकिन इसकी परवाह किये बिना सांसदों ने 38 घंटे लोकसभा और 33.8 घंटे राज्यसभा में हंगामे की भेंट चढ़ा दिये। 19 जुलाई से आरंभ हुए संसद सत्र में केवल 9 दिन ही संसद चली है। विगत एक सप्ताह में लोकसभा 4 घंटे और राज्यसभा 8.2 घंटे ही चल पायी है। दोनों सदनों को मिला अब तक माननीयों के कारण सरकारी खजाने के करीब 53.85 करोड़ बर्बाद हो गये।