उत्तराखण्ड के 9 पहाड़ी जिलों में पाइप लाइन से पहुंचेगी रसोई गैस, सिलेंडर ढोने से मिलेगी मुक्ति
उत्तराखंड के मैदानी जिलों के बाद आने वाले कुछ दिनों में 9 पहाड़ी जिलों में भी लोगों को पाइप लाइन से रसोई गैस मिलने लगेगी। इससे लोगों को कंधे पर सिलिंडर ढोने से मुक्ति मिल जायेगी। पीएनजीआरबी (पेट्रोलियम एंड नेचुरल गैस रेगुलेटरी बोर्ड) ने इन जिलों में गैस पाइप लाइन बिछाने का निर्णय लिया है। विकासनगर-चकराता रोड स्थित एक होटल में 11वें आयोजित सिटी गैस डिस्ट्रीब्यूशन (सीजीडी) बिडिंग राउंड रोड शो में पीएनजीआरबी ने उत्तराखंड और भारत में सिटी गैस डिस्ट्रीब्यूशन सेक्टर में अवसरों, उत्तराखंड और भारत के गैस बुनियादी ढांचे के साथ-साथ प्रमुख नीतियों पर प्रकाश डाला। इस अवसर पर पीएजीआरबी के सदस्य गजेंद्र सिंह ने कहा कि उत्तराखंड के नौ जिलों पौड़ी गढ़वाल, उत्तरकाशी, रुद्रप्रयाग, टिहरी गढ़वाल, पिथौरागढ़, चंपावत, अल्मोड़ा, चमोली और बागेश्वर में सिटी गैस वितरण योजना के तहत गैस पाइप लाइन बिछाए जाने का निर्णय लिया गया है। बताया कि इस योजना के बाद उत्तराखंड के सौ प्रतिशत क्षेत्र और सौ प्रतिशत आबादी को सिटी गैस वितरण नेटवर्क के तहत कवर किया जाएगा। गजेंद्र सिंह ने बताया कि जिस जिलें में सबसे ज्यादा आबादी है पहले उसे कवर किया जाएगा। उन्होंने बताया कि चरणबद्ध तरीके से सभी जिलों में गैस पाइप लाइन बिछाई जाएगी।
गेल गैस लिमिटेड के सीईओ रमन चड्ढा ने बताया कि उत्तराखंड के चार जिलों ऊधमसिंह नगर, हरिद्वार, देहरादून और नैनीताल में पहले से गैस पाइप लाइन बिछाने का काम चल रहा है। जल्द ही यहां के लोगों को पाइप लाइन के जरिए घर तक गैस उपलब्ध होनी शुरू हो जाएगी। योजना के तहत हरिद्वार में गैस पाइप लाइन के माध्यम से लोगों के किचन तक गैस पहुंच रही है। अगले साल मार्च तक देहरादून में भी करीब 16 हजार उपभोक्ताओं को सिटी गैस वितरण के तहत पाइप से गैस उपलब्ध कराना शुरू कर दिया जाएगा।
इन 9 पहाड़ी जिलों में बिछेगी गैस पाइप लाइन
- पौड़ी गढ़वाल
- उत्तरकाशी
- रुद्रप्रयाग
- टिहरी गढ़वाल
- पिथौरागढ़
- चंपावत
- अल्मोड़ा
- चमोली
- बागेश्वर