ऊषा ब्रेको से वापिस लिया मंसा देवी रोपवे का संचालन
विगत दिनों नगर निगम द्वारा ऊषा ब्रेको कंपनी द्वारा संचालित मंसादेवी रोपवे परिचालन की लीज अवधि बढ़ाने को लेकर बचे बवाल के बाद अब कंपनी से रोपवे परिचालन का काम वापस ले लिया गया है। रोपवे कंपनी की लीज अवधि बढ़ाए जाने को लेकर शासन से शिकायत की गई थी। शासन ने इस पूरे प्रकरण को लेकर नगर निगम प्रशासन ने जांच रिपोर्ट तलब की। जिसके बाद शहरी विकास सचिव के साथ नगर निगम अधिकारियों की बैठक में यह बात सामने आयी कि नगर निगम बोर्ड की अधिप्राप्ति नियमावली और तत्संबंधी प्रचालित वित्तीय नियमों का अनुपालन किये बिना ही बोर्ड द्वारा सुसंगत नियमों के अधीन रोपवे संचालन के लिए निविदा प्राप्त नहीं गयी थी, जबकि ऊषा ब्रेको के पक्ष में प्रस्ताव पारित किया गया था। समस्त जानकारियां सामने आने के बाद बैठक में निर्णय लिया गया कि मंसा देवी रोपवे मार्ग को अगले दो साल तक नियमानुसार ओएंडएम में संचालित किए जाने के लिए नगर निगम की ओर से कार्यवाही करते हुए आगे रोपवे का संचालन किया जाए। ओएंडएम के लिए निर्धारित दो वर्ष की अवधि में नगर निगम हरिद्वार पीपीपी सेल नियोजन विभाग के साथ विचार विमर्श कर मां मंसा देवी रोपवे को आधुनिक तकनीकी के माध्यम से संचालित किए जाने के लिए आगे की कार्यवाही करेंगे।
आपको बता दें कि तत्कालीन नगर पालिका परिषद और मैसर्स ऊषा ब्रेको रोपवे कोलकाता के मध्य 15 मई 1974 को हुए अनुबंध की अवधि 20 मई 2021 को पूरी हो गई थी। नए टेंडर कराने के बजाय 15 मई को नगर निगम के टाउन हाल सभागार में हुई बोर्ड बैठक में 30 साल के लिए लीज अवधि बढ़ाने का प्रस्ताव पारित कर दिया गया। इसे लेकर नगर निगम बोर्ड पर सवाल उठे कं और शासन में शिकायत की गई थी।