पद्म पुरस्कार विजेताओं ने राष्ट्रीय युद्ध स्मारक का दौरा किया

प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी के नेतृत्‍व में पहली बार सरकार की पहल के अंतर्गत सम्‍मानित किए गए पद्म पुरस्‍कार विजेताओं ने राष्‍ट्रीय युद्ध स्‍मारक का दौरा किया। पुरस्कार विजेताओं ने स्मारक के प्रांगण का भ्रमण किया और वे रक्षा बलों के उन कर्मियों के नामों के भी प्रत्‍यक्षदर्शी बने जिन्होंने वर्षों से सर्वोच्च बलिदान देकर देश की सीमाओं की रक्षा के लिए अपने प्राणों की आहुति दी है। पुरस्कार विजेताओं ने इस यात्रा के आयोजन के लिए सरकार की पहल और राष्ट्रीय राजधानी में स्मारक को आमजन और बच्चों के भ्रमण स्‍थल के रूप में लोकप्रिय बनाने के प्रयासों की भी सराहना की। पुरस्कार विजेताओं ने अनुभव किया कि स्मारक की यात्रा से देशभक्ति, कर्तव्य के प्रति समर्पण, साहस और बलिदान के मूल्यों को विकसित करने और राष्ट्रवाद की भावना जगाने में मदद मिलेगी।

प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी ने 25 फरवरी, 2019 को राष्ट्रीय युद्ध स्मारक (एनडब्‍ल्‍यूएम) को राष्ट्र को समर्पित किया था। यह स्वतंत्रता के पश्‍चात वीर सैनिकों द्वारा दिए गए सर्वोच्‍च बलिदान का प्रमाण है। स्मारक में शाश्वत लौ प्रज्‍ज्‍वलित है जो एक सैनिक के द्वारा अपने कर्तव्य की दिशा में किए गए सर्वोच्च बलिदान का उदाहरण है और उसे अमर बनाती है। इसके उद्घाटन के बाद से, सभी श्रद्धांजलि समारोह केवल एनडब्ल्यूएम में आयोजित किए जाते हैं, जिनमें राष्ट्रीय दिवस भी शामिल हैं। हर शाम, नेक्स्ट-ऑफ-किन (एनओके) समारोह का आयोजन किया जाता है। आयोजन के दौरान शहीद नायक के सर्वोच्च बलिदान को याद करते हुए एनओके सैनिक द्वारा उन्‍हें स्मारक पर माल्यार्पण किया जाता है। देश-विदेश के गणमान्य व्यक्तित्‍व अपने कार्यक्रम के अनुरूप एनडब्ल्यूएम का दौरा करते हैं और देश के बहादुर जवानों को अपने श्रद्धा-सुमन अर्पित करते हैं।

कल पद्म पुरस्कार प्राप्‍त करने वाले विजेताओं के कार्य क्षेत्र यह दर्शाते हैं कि यह इस दिशा में पूरी प्रक्रिया को बदलने के लिए सरकार द्वारा लिए गए महत्‍वपूर्ण निर्णय का परिणाम है। इसमें समाज को नि:स्वार्थ सेवा देने वाले लोगों को पहचानने पर बल दिया जा रहा है। प्रौद्योगिकी के उपयोग और ऑनलाइन नामांकन के शुभारंभ ने इस प्रक्रिया को व्‍यापक स्‍तर पर लोगों के लिए सरल और सुलभ बना दिया है और पद्म पुरस्कार, 2022 के लिए रिकॉर्ड 4.80 लाख से अधिक नामांकन प्राप्त हुए हैं। स्व-नामांकन, ऑनलाइन नामांकन, बड़ी संख्‍या में गुमनाम नायकों के चयन एवं पारदर्शी चयन प्रक्रिया ने पद्म पुरस्कारों को ‘‘नागरिकों के पद्म’’ में परिवर्तित कर दिया है।

पुरस्कार विजेताओं की उपलब्धि का उत्‍सव मनाने के लिए, केंद्रीय गृह और सहकारिता मंत्री श्री अमित शाह ने कल नई दिल्ली में एक कार्यक्रम में अलंकरण समारोह के पश्‍चात पुरस्कार विजेताओं और उनके परिजनों के साथ वार्तालाप किया। बातचीत के बाद पद्म पुरस्कार विजेताओं के सम्मान में केंद्रीय गृह मंत्री द्वारा आयोजित रात्रिभोज का भी आयोजन किया गया।

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