इनामी माओवादी भाष्कर पाण्डे अल्मोड़ा से गिरफ्तार
उत्तराखण्ड के तीन जिलों की एसटीएफ, इंटेलीजेंस सहित अन्य खुफिया एजेंसियां और पुलिस जिस भष्कर पांडे नाम के इनामी मावोवादी की वर्षों से तलाश कर रही थी उसे अल्मोडा से गिरफ्तार कर लिया गया है। पिछले कई दिनों से एसएसपी पंकज भट्ट के निर्देशन में पुलिस टीम भाष्कर की धरपकड़ के लिए जाल बिछा रही थी। अंतत: मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने भाष्कर पांडे को अल्मोड़ा जनपद से ही गिरफ्तार कर लिया। उसके पास से कुछ माओवादी परचे और माओवादी आंदोलनों से जुड़ी पत्रिकाएं बरामद हुई हैं। ऐसी जानकारी है कि वह उत्तराखंड के बाहर भी सक्रिय रहा है। जिस कारण उससे आईबी और अन्य जांच एजेंसियां भी उत्तराखंड पुलिस के साथ मिलकर पूछताछ कर रही हैं। माओवादी गतिविधियों में संलिप्त भास्कर कई नाम बदलता रहा है इसे भास्कर पांडे उर्फ भुवन पांडे उर्फ तरुण उर्फ मनीष पांडे के नाम से भी जाना जाता रहा है। मूलत: आरतोला, जागेश्वर तहसील भनोली, अल्मोड़ा के रहने वाले इस व्यक्ति खिलाफ सरकारी वाहन जलाने, नैनीसार में तोड़फोड़ और दीवारों पर नारे और पोस्टर लगाने के भी आरोप हैं। वर्ष 016 में अल्मोड़ा जिले में हुए नानीसार आंदोलन से भाष्कर पांडे का नाम सुर्खियों में आया था। भूमिगत होने पर पुलिस द्वारा 2500 रुपये का इनाम घोषित करने बाद बढ़ाते बढ़ाते उस पर 20 हजार का इनाम घोषित कर दिया गया था। माओवादी खीम सिंह बोरा के बाद उत्तराखण्ड में माओवाद का
प्रमुख चेहरा था। जिसे अल्मोड़ा पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।