SIT जांच में खुलासा-पूर्व नियोजित थी लखीमपुर हिंसा, मंत्री पुत्र की मुशकिलें बढ़ीं

किसान आन्दोलन के दौरान उत्तर प्रदेश के लखीमपुर में हुई हिंसा को एसआईटी ने सोची-समझी साजिश बताते हुये जांच अधिकारी ने आरोपियों के खिलाफ धाराएं बढ़ाने के लिए कोर्ट में अर्जी दी है। अगर कोर्ट ने इस मामले में धाराएं बढ़ाने की अनुमति दे दी तो मंत्री के बेटे सहित बाकी आरोपियों पर हत्या और आपराधिक षड्यंत्र का मुकदमा चलेगा। लखीमपुर में हिंसा का मुख्य आरोपी आशीष मिश्रा उर्फ मोनू केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्रा टेनी का बेटा है। मोनू के पिता अजय मिश्रा को जैसे ही बेटे पर धाराएं बढ़ाए जाने की खबर लगी, उन्होंने जेल पहुंच कर बेटे को ढांढस बंधाया। इस दौरान वे मीडिया के सवालों से बचते नजर आए। केंदीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा के बेटे आशीष मिश्रा मोनू समेत 14 आरोपियों के विरुद्ध पहले धारा 279, 338, 304 ए के तहत मामला दर्ज किया गया था। जांच के बाद एसआईटी ने इसे सोची-समझी साजिश बताया। अब जांच एजेंसी ने धारा 307, 326,302,34,120ठ,147,148,149,3/25/30 के तहत मुकदमा चलाने के लिए कोर्ट में अर्जी दी है।

गौरतलब है कि लखीमपुर में 3 अक्टूबर (रविवार) को किसानों ने केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा का विरोध करते हुए काले झंडे दिखाए थे। इसी दौरान एक गाड़ी ने किसानों को कुचल दिया था। इसमें चार किसानों की मौत हो गई थी। इसके बाद हिंसा भड़क गई थी। भड़की हिंसा के दौरान एक पत्रकार समेत 4 अन्य की भी मौत हुई थी। इस मामले में उनके बेटे आशीष मिश्रा समेत 14 लोगों के खिलाफ हत्या और आपराधिक साजिश का केस दर्ज किया गया था।

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