उत्तराखण्ड में बरपा आसमानी कहर, 43 से अधिक लोगों की जान गई
अक्टूबर में महिने में सर्द मौसम की दस्तक के साथ हुई भारी बारिश ने दशकों पूर्व के सारे रिकार्ड तोड़ते हुए उत्तराखण्ड में कहर बरपाया है। भारी बारिश और भू-स्खलन के कारण राज्य में तबाही ने विभिन्न जिलों में कई लोगों की जिन्दगी लील ली है। बीते दो दिन की बारिश में ही 43 लोगों की मौत की सूचना आयी है। जिनमें कुमाऊँ क्षेत्र नैनीताल जिले में सबसे अधिक 27 लोगों की मौत हो चुकी है। इनमें चौकटा में 5, सलड़ी में 7, सुकुना में 9, बोराकोट में 2, चोपड़ा में 1, भीमताल में 1, क्वारब में 2 की मौत हुई है। अल्मोड़ा जिले में 6 लोगों की अलग.अलग जगहों पर मलबे में दबने से मौत हुई। अल्मोड़ा जिले में आपदा की भेंट चढ़ छह लोगों में 3 लोग भिकियासैंण क्षेत्र के ग्राम रापड के एक ही परिवार के थे। एक महिला अल्मोड़ा के चितई गांव और एक युवती एनटीडी क्षेत्र की बताई गयी है। चंपावत, पिथौरागढ़, बागेश्वर और ऊधमसिंह नगर में भी एक.-एक व्यक्ति की मौत हुई है। कई लोग अभी लापता बताये जा रहे हैं। उधमसिंहनगर जिले के बाजपुर में लेवड़ा नदी के उफान पर है। मुख्य बाजार और कॉलोनियों में बाढ़ का पानी भर गया है। जिससे लोगों के घरों का सामान भी पूरी तरह खराब हो गया है। यहीं झाड़खंडी गांव में गडरी नदी में बहे किसान रामदत्त भट्ट का शव मिला है। रामनगर.रानीखेत मार्ग स्थित लेमन ट्री रिजॉर्ट में उफनाई कोसी नदी का पानी घुस गया जिससे 100 फंस गये। हालांकि ये सभी सुरक्षित हैं। टनकपुर में भी भारी बारिश के बाद आए सैलाब में फंसे लोगों को निकालने के लिए सेना की मदद ली गई। इस दौरान रेस्क्यू दल ने करीब 65 लोगों को बचाया। नैनीताल में झील लबालब भरने से झील का पानी माल रोड और नयनादेवी मंदिर तक पहुंच गया है। यहां तल्लीताल डांठ में दरार पड़ गयी है।उधर बाढ़ के कारण रामनगर के निकट गर्जिया देवी मंदिर जाने का मार्ग बंद हो गया है। हल्द्वानी से सितारगंज बनबसा जो जोड़ने वाला कोसी नदी पर बना पुल टूटने का यातायात बंद हो गया है। हरिद्वार और ऋषिकेश में गंगा खतरे के निशान पर बह रही है। त्रिवेणी घाट के आरती स्थल समेत विभिन्न गंगा घाट जलमग्न हो गए हैं। पुलिस, एसडीआरफ, के साथ सेना के जवान प्रभावित क्षेत्रों में राहत कार्यों के लिए आगे आये हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने स्वयं प्रदेश के मुख्यमंत्री से फोन पर बात कर राज्य को हर संभव मदद का भरोसा दिया है।