जहरीली शराब पीने से अब तक 80 लोगों की मौत, दीवाली पर छाया मातम
बिहार में पूर्ण शराबबंदी के बावजूद लगातार शराब की बिक्री और जहरीली शराब से मौत का सिलसिला जारी है। दैनिक जागरण की खबर के अनुसार 2021 की अलग.अलग 15 घटनाओं में अब तक जहरीली शराब से करीब 80 लोगों की मौत हो चुकी है। कल गोपालगंज में 8 लोगों की मौत के बाद अब बेतिया में भी जहरीली शराब पीकर 8लोगों की मौत के बाद दीवाली पर मातक छा गया है। कई लोग गंभीर हालत में अस्पताल में जीवन के लिए संघर्ष कर रहे हैं। एक दिन पहले ही गोपालगंज के महम्मदपुर थाने के महम्मदपुर गांव में मंगलवार व बुधवार के दौरान जहरीली शराब पीने से बीमार लोगों में 4 की हालत गंभीर बताई जा रही है, जिनमें एक की आंखों की रोशनी चली गई है। बीमार लोगों का इलाज गोपालगंज, मोतिहारी और पटना के अस्पतालों में चल रहा है। पश्चिम चंपारण के नौतन प्रखंड के बेलवा गांव में दीपावली की पूर्व रात्रि में जहरीली शराब पीने से हनुमत सिंहए महराज यादव, बच्चा यादव, मुकेश पासवान, जवाहिर सहनी, रमेश सहनी एवं उमा साह की मौत की हो गयी। (उमा साह की मौत का कारण स्वजन बीमारी बता रहे हैं) दूसरी ओर गांव के लोगों की मानें तो सभी की मौत जहरीली शराब पीने से हुई है। गांव के ठग साह व दो अन्य को इलाज के लिए निजी अस्पताल में ले जाया गया है। 4 बीमार लोगों उमाशंकर साह (60), प्रकाश राम (25), धर्मेंद्र राम (20) व विकास राम (20) का इलाज जगदीशपुर के ताज अस्पताल में चल रहा है। वहां के अस्पताल के चिकित्सक डा. इफ्तेखार आलम ने मरीजों के स्प्रिट पीने की पुष्टि की है। हांलांकि पुलिस अभी सीधे-सीधे जहरीली शराब पीने से मरने वालों की संख्या साफ-साफ नहीं बता रही है लेकिन मृतकों के परिजन जहरीली शराब से मौत की बात कर रहे हैं। पुलिस अवैध शराब बेचने वाले चार संदिग्धों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। मृतक संतोष साह की मां उमरावती देवी ने बेटे द्वारा मंगलवार की रात शराब पीने की पुष्टि की और कहा कि आधी रात में उसकी तबीयत बिगड़ गई, फिर उसकी मौत हो गई। महम्मदपुर गांव के लोगों ने कहा कि मंगलवार की रात उन लोगों ;बीमार व मरने वालों ने महम्मदपुर चौक पर शराब पी थी। इसके बाद उन्हें पेट दर्दए उल्टीए दस्तए धुंधला दिखाई दने तथा सिर में चक्कर आने के बाद इलाज के लिए ले जाया गया। मृतकों के परिवार से मुलाकात करने वाले बिहार सरकार में मंत्री जनक राम के अनुसार जहरीली शराब के कारण कम.से.कम सात लोगों की जान गई है। पुलिस का कहना है कि जांच व पोस्टमार्स्टम के बाद ही स्थिति स्पष्ट होगी। जहरीली शराब पीने से एक दर्जन के अधिक लोगों का कई अन्य निजी अस्पतालों में चल रहा है। उनमें कुछ की स्थिति गंभीर देखते हुए मरने वालों की संख्या अभी बढ़ने की आशंका जताई जा रही है।
बिहार में इस साल जहरीली शराब से सर्वप्रथम मुजफ्फरपुर के कटरा थाना इलाके में 17 और 18 फरवरी को में 5 की मौत हुई थी। इसके बाद 26 फरवरी को भी मुजफ्फरपुर के मनियार स्थित विशनपुर गिद्दा में 2 ग्रामीणों की मौत हुई। फिरए 28 अक्टूबर को भी मुजफ्फरपुर के सरैया थाना क्षेत्र के रूपौली और विशहर पट्टी गांवों में जहरीली शराब ने 8 लोगों की जान ले ली। जहरीली शराब से मौत के बड़ी घटना नवादा में होली के बाद हुई थीए जब टाउन थाना क्षेत्र के गांवों में 16 से अधिक लोगों की जान गई थी। होली के बाद ही जहरीली शराब से बेगूसराय के बखरी में 2, कोचा में 4, गोपालगंज के विजयपुर के मंझौलिया में 3, मुफस्सिल के बरही बीघा में 1, रोहतास के करगहार में 1 तथा कैमूर के टाउन थाना क्षेत्र में 2 लोगों की मौत हो गई थी। जहरीली शराब से मौत की एक और बड़ी घटना तुलाई में पश्चिमी चंपारण में 16 की मौत के साथ चर्चा में आई थी। आगे सीवान के गुठनी में बीते 24 अक्टूबर को 4 तथा इसके पहले वैशाली के राजापाकड़ में 12 अक्टूबर को 1 की मौत की घटनाएं भी चर्चा में रहीं।