हरिद्वार तहसील में धूमधाम से मनाया गया राज्य स्थापना दिवस
उत्तराखण्ड राज्य स्थापना दिवस के अवसर पर हरिद्वार तहसील में राज्य स्थापना की 22वीं वर्षगांठ धूमधाम के साथ मनाई गई। तहसील सभागार में आयोजित कार्यक्रम का शुभारंभ एसडीएम पूरण सिंह राणा, राज्य आन्दोलनकारी त्रिलोक चन्द्र भट्ट आदि द्वारा दीप प्रज्जवलित कर किया गया। इस अवसर पर एसडीएम पूरण सिंह राणा, तहसीलदार शालिनी मौर्य, नायब तहसीलदार गिरीश चन्द्र त्रिपाठी, और नायब तहसीलदार ललित मोहन पोखरियाल ने राज्य आन्दोलनकारियों का माल्यार्पण कर उन्हें सम्मानित किया। कार्यक्रम में प्रथम बार मतदाता बने नये मतदाताओं और दिव्यांगों का माल्यार्पण कर एसडीएम पूरण सिंह राणा ने उनका भी अभिनन्दन किया।
श्री राणा ने राज्य स्थापना दिवस पर सभी आन्दोलनकारियों को बधाई और शुभकामनाएं दी और कहा कि उत्तराखण्ड राज्य की स्थापना के लिए आन्दोलनकारियों और आन्दोलन के शहीदों के संघर्ष को हमेशा याद किया जाता रहेगा। उन्होंने कहा कि इस राज्य के निर्माण के आन्दोलनकारियों के अनेक कष्ट और पीड़ाओं को सहते हुए लंबा संघर्ष किया है। जिसमें महिलाओं की बहुत बड़ी भूमिका रही है। उन्होंने कहा कि सरकार और शासन राज्य आन्दोलकारियों के कल्याण के लिए हर संभव प्रयास कर रहा है। राज्य आन्दोलनकारी एवं वरिष्ठ पत्रकार त्रिलोक चन्द्र भट्ट ने कहा कि भारत की स्वाधीनता के आन्दोलन में जिस तरह केवल भारत की आजादी लक्ष्य था, उसी तरह राज्य निर्माण के संघर्ष के में भी केवल राज्य निर्माण के अलावा कोई मांग नही थी। इसीलिए अब राज्य आन्दोलनकारियों को अपने हितों के लिए कुछ मांगने के बजाय राज्य को सजाने और संवारने में अपनी रचनात्मक भूमिका निभानी चाहिए। इस अवसर पर राज्य आन्दोलनकारी मुकेश जोशी, महेश गौड, आदि ने भी अपने विचा रखे। कार्यक्रम में आशु बड़थ्वाल, विजय भंडारी, विनोद डंडरियाल, जे0पी0 बडोनी, आदि अनेक राज्य आन्दोलनकारी उपस्थित रहे।
इस इवसर पर राज्य आन्दोलनकारियों और तहसील कर्मचारियों ने उप जिलाधिकारी के साथ देहरादून से मुख्यमंत्री का संबोधन और राज्य स्थापना दिवस का सीधा प्रसारण देखा। मुख्यमंत्री द्वारा राज्य आन्दोलनकारियों की पेंशन राशि की वृद्धि की घोषणा करने पर उपस्थित आन्दोलनकारियों ने कर्तल ध्वनि से मुख्यमंत्री की घोषणा का स्वागत किया।