भू माफियाओं ने जिलाधिकारी के नाम दर्ज भूमि भी बेच दी। सरकारी भूमि पर बनी 7 बिल्डिंग हुई सील
राज्य में भू माफियाओं के हौसले कितने बुलंद हैं इस बात का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि उन्होंने भू राजस्व अभिलेखों में जिलाधिकारी के नाम दर्ज जमीन भी नहीं छोड़ी और उसे बेच कर बड़े-बड़े भवन खड़े करवा दिये। मामला ऋषिकेश का है जहां भरत विहार कालोनी के खसरा नंबर 279 की भूमि राजस्व अभिलेखों में जिलाधिकारी के नाम पर दर्ज है। लेकिन इस भूमि पर पर अब 7 बिल्डिंग खड़ी हैं। निर्माणाधीन इन भवनों के बारे में जैसे ही प्रशासन को पता चता तो शासन की टीम ने निर्माण रोकने की कार्रवाई की। निर्माण करा रहे व्यक्तियों को तलब करने पर उनके द्वारा बताया कि जमीन की रजिस्ट्री उनके नाम पर है। जिलाधिकारी डा. आर राजेश कुमार के निर्देश पर एसडीएम ऋषिकेश, नगर निगम ऋषिकेश व एमडीडीए की संयुक्त टीम द्वारा जांच के उपरान्त पाया गया कि जिस भूमि पर निर्माण किए जा रहे हैं, वह जिलाधिकारी के नाम पर ही दर्ज है।
एमडीडीए ने निर्माण करने वाले व्यक्तियों से नक्शा तलब किया। पता चला कि न तो भवन निर्माण का नक्शा पास कराया गया है और न ही निर्माण को लेकर उप जिलाधिकारी कार्यालय से एनओसी प्राप्त की गई है। इसके बाद मसूरी देहरादून विकास प्राधिकरण (एमडीडीए) ने सभी भवनों को सील कर दिया।