टीएमयू के वीसी प्रो. रघुवीर सिंह को मोस्ट प्रोमिजिंग अवार्ड

  • ख़ास बातें
  • कुलाधिपति ने वीसी को दी बधाई, बोले- अवार्ड यूनिवर्सिटी परिवार को समर्पित
  • स्टुडेंट्स के सर्वांगीण विकास को टीएमयू संकल्पित और समर्पितः प्रो. सिंह
  • 2021 में बेस्ट यूनिवर्सिटी इन ओबीई इंप्लीमेंटेशन का भी मिल चुका है अवार्ड
  • कोविड-19 की महामारी के बावजूद 2022 में यूनिवर्सिटी का उत्कृष्ट प्रदर्शन

प्रो. श्याम सुंदर भाटिया

नॉर्थ इंडिया की नामचीन प्राइवेट यूनिवर्सिटीज में शुमार तीर्थंकर महावीर यूनिवर्सिटी के कुलपति प्रो. रघुवीर सिंह की झोली में इस बार इंडियाज मोस्ट प्रोमिजिंग वाइस चांसलर अवार्ड आया है। डेली इंडियन मीडिया एजुकेशनल ग्रुप की ओर से यह अवार्ड दिल्ली में दिया गया। प्रो. सिंह को यह प्रतिष्ठित अवार्ड ग्रुप की ओर से चेयरमैन श्री डॉ. अरिंदम चौधरी और मिस इंडिया- 2019 अर्थ देविका वेद ने संयुक्त रूप से दिया है। इस भव्य समारोह में प्रो. सिंह के संग-संग देश के करीब बीस विश्वविद्यालयों को भी उच्च शिक्षा में उल्लेखनीय योगदान के लिए सम्मानित किया गया है। कोविड-19 की महामारी के बावजूद टीएमयू का 2022 में उत्कृष्ट प्रदर्शन रहा है। कुलपति प्रो. सिंह और यूनिवर्सिटी की मुकम्मल टीम की कडी मेहनत के चलते यूजीसी से 12 (बी) का स्टेटस मिला है। मिनिस्ट्री ऑफ एजुकेशन-इन्नोवेशन सेल की ओर से टीएमयू को आईआईसी में सर्वोच्च स्टार रेटिंग भी मिली है। कॉलेज ऑफ एग्रीकल्चर को आईसीएआर ने एक्रीडिएशन किया है। अब टीएमयू एग्रीकल्चर कॉलेज की गिनती देश की चुनिंदा टॉप यूनिवर्सिटीज में होती है। यूनिवर्सिटी के वीसी को मोस्ट प्रोमिजिंग अवार्ड मिलने पर कुलाधिपति श्री सुरेश जैन, जीवीसी श्री मनीष जैन और एमजीबी श्री अक्षत जैन कुलपति प्रो. रघुवीर सिंह को हार्दिक बधाई देते हुए कहते हैं, यह पुरस्कार यूनिवर्सिटी के हजारों फैकल्टी और स्टुडेंट्स के प्रतिफल का ही नतीजा है और यह अवार्ड उन्हें समर्पित है।

एजुकेशन लीडरशिप के तौर पर ख़ास पहचानतीर्थंकर महावीर यूनिवर्सिटी के कुलपति प्रो. रघुवीर सिंह की शैक्षणिक लीडरशिप के तौर पर ख़ास पहचान है। हायर एजुकेशन में आउटकम बेस्ड एजुकेशन- ओबीई आज वक्त की दरकार है। कुलपति प्रो. सिंह को ओबीई के क्षेत्र में महारत हासिल है। प्रो. सिंह टीम भावना के संग नई शिक्षा नीति-2020 को टीएमयू में अक्षरशः क्रियान्वयन के प्रति संकल्पबद्ध हैं। नतीजतन टीएमयू की एक्जीक्यूटिव काउंसिल में एनईपी को हरी झंडी दी जा चुकी है। कुलपति का साफ-साफ मानना है, उच्च शिक्षा रोजगार और उद्यमिता केंद्रित होनी चाहिए। उल्लेखनीय है, लीड ग्लोबल कॉनक्लेव-2021 में प्रो. सिंह को बेस्ट यूनिवर्सिटी इन ओबीई इंप्लीमेंटेशन इन इंडिया का पुरस्कार मिल चुका है। यह प्रतिष्ठित अवार्ड कुलपति ने दिल्ली में रिसीव किया था।
हमारे छात्र जॉब जनरेटर या क्रिएटर होंगेप्रो. सिंह मानते हैं, दुनिया में लर्निंग के तीन आयाम हैं- कॉग्निटिव, अफेक्टिव और साइकोमोटर। कॉग्निटिव का बेस ब्लूम टेक्सोनॉमी है। इनका क्रियान्वयन ब्लूम टेक्सोनॉमी के संग-संग यूनिवर्सिटी में स्थापित सेंटर फॉर टीचिंग एंड लर्निंग डवलपमेंट के जरिए करते हैं। हमारी एजुकेशन फिलॉसफी के तीन पिलर हैं- नॉलेज क्रिएशन, नॉलेज डिलीवरी और इंप्लायबिल्टी। इन सभी पर हम सघनता से काम कर रहे हैं। वह कहते हैं- आप देखिएगा, तीन बरस में यूनिवर्सिटी में आमूलचूल परिवर्तन आएगा। स्टुडेंट्स के सर्वांगीण विकास के लिए तीर्थंकर महावीर यूनिवर्सिटी संकल्पित और समर्पित है। हमें छात्रों के सर्वांगीण विकास के लिए माइंड, हार्ट और हैंड्स को डवलप करना होगा। यदि शिक्षा रोजगार और उद्यमिता केंद्रित है तो हमारे छात्र जॉब जनरेटर या क्रिएटर होंगे या नामचीन कंपनियों में बड़े ओहदेदार होंगे।

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