उत्तराखण्ड: टेबलेट वितरण में देरी के कारण गई सीमा जौनसारी की कुर्सी
पिछली पुष्कर सिंह धामी सरकार द्वारा 10वीं व 12वीं के छात्र-छात्राओं को निशुल्क टेबलेट देने के आदेश का क्रियान्वयन न होने पर माध्यमिक शिक्षा निदेशक सीमा जौनसारी को अपनी कुर्सी गवानी पड़ी है। छात्र-छात्राओं को निशुल्क टेबलेट वितरण को लेकर शिक्षा विभाग का ढुलमुल रवैये से मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी नाराज थे। निशुल्क टेबलेट देने के आदेश जारी होने के साथ ही चुनाव आचार संहिता लागू होने से निशुल्क टेबलेट की धनराशि छात्र-छात्राओं के खाते में डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर के माध्यम से डालने के निर्देश दिए गए थे। कई जिलों में तो यह धनराशि छात्र-छात्राओं के खाते में डालने के बजाय प्रधानाचार्यों के खातों में डाली गई थी। समय से कार्रवाई न करना और विभाग का ढुलमुल रवैया मुख्यमंत्री धामी को पसंद नहीं आया। योजना के क्रियान्वयन में देरी से मुख्यमंत्री नाराज थे। अंततः माध्यमिक शिक्षा निदेशक पद से सीमा जौनसारी को हटा कर यह जिम्मेदारी आरके कुंवर को दोबारा सौंपी गई है। सीमा जौनसारी को कुंवर की जगह अकादमिक, प्रशिक्षण एवं शोध निदेशक के पद पर भेजा गया है।