UTTRAKHAND: RTI में पूरी पारदर्शिता, बिना दबाव व भय के अपीलार्थी को दी जाएं सूचनाएं : सूचना आयुक्त
नेशनलिस्ट यूनियन ऑफ जर्नलिस्ट के सानिध्य में पौड़ी में “सूचना का अधिकार : वर्तमान परिदृश्य” विषय पर आयोजित हुई संगोष्ठी
पौड़ी। नेशनलिस्ट यूनियन ऑफ जर्नलिस्ट (एनयूजे उत्तराखण्ड) के सानिध्य में जिला पंचायत सभागार में “सूचना का अधिकार : वर्तमान परिदृश्य” विषय पर संगोष्ठी आयोजित हुई। जिसमें उत्तराखण्ड के राज्य सूचना आयुक्त ने विभिन्न विभागों के लोक सूचना अधिकारियों, प्रथम विभागीय अधिकारियों, सूचना सहायकों को संबोधित करते हुए आरटीआई-2005 के तहत मांगी जाने वाली सूचनाओं को पूरी पारदर्शिता, बिना किसी दबाव व भय के अपीलार्थी को देने को कहा। उन्होंने सूचना का अधिकार अधिनियम की स्थापना व उद्देश्यों की विस्तार से जानकारियां दी। इस मौके पर आयुक्त ने लोक सूचना अधिकारियों व आम लोगों की आरटीआई से जुड़ी विभिन्न समस्याओं का समाधान भी किया।
राज्य सूचना आयुक्त योगेश भट्ट की अध्यक्षता में हुई संगोष्ठी में उन्होंने आरटीआई एक्ट की स्थापना से लेकर उसके उद्देश्यों की विस्तार से जानकारियां दी। कहा कि जो सूचनाएं संसद व विधानसभा में उठाई जाती हैं। उन सूचनाओं को आम नागरिक महज 10 रूपए में अपने घर पर ही प्राप्त कर सकता है। कहा कि सिस्टम में आम नागरिकों की सहभागिता बढ़ाना ही आरटीआई का मुख्य उद्देश्य है। उन्होंने लोगों से आरटीआई की मूल भावनों को समझते हुए इसका उपयोग करने पर जोर दिया। संगोष्ठी में आयुक्त ने आरटीआई के विभिन्न धाराओं की तकनीकी जानकारियां दी। कहा कि कई बार की सूचनाएं नहीं मिलने पर सेक्शन- 18 के तहत सीधे आयोग में शिकायत दर्ज की जा सकती है।
बताया कि आरटीआई के पूरे एक्ट में 30 धाराएं शामिल हैं। सूचना आयुक्त भट्ट ने कहा कि प्रदेश के अधिकांश दफ्तरों में आरटीआई के मुख्य और अहम सेक्शन- 4 की जानकारी ही नहीं है। कहा कि सभी विभागों में सेक्शन-4 के तहत विभागीय ढांचे से लेकर, कर्मचारियों की संख्या, उनके वेतन, उनके भत्ते, विभागीय योजनाओं आदि की जानकारी चस्पा होनी अनिवार्य है। उन्होंने कहा कि अफसर अपने दफ्तर की मुख्य 17 जानकारियों को बोर्ड के रूप में चस्पा कर सकते हैं। इससे आरटीआई मांगने वालों की आधी समस्या का वहीं पर निस्तारण हो सकेगा। संगोष्ठी में गबर सिंह नेगी, प्रशांत नेगी, विक्रम सिंह राणा, प्रदीप कुमार, सीवीओ डॉ. डीएस बिष्ट आदि ने आरटीआई के तहत विभिन्न समस्याएं रखी।
पौड़ी के जिला सूचना अधिकारी वी एस राणा, अपर कृषि निदेशक गढ़वाल मण्डल की मुख्य प्रशासनिक अधिकारी सुमन नेगी, मुख्य कृषि अधिकारी डॉक्टर बी के सिंह यादव, मुख्य अग्निशमन अधिकारी राजेन्द्र सिंह खाती, सहायक अभियंता संसार सिंह, लघु सिंचाई विभाग के सहायक अभियंता अनिल कुमार, लोक निर्माण विभाग पौड़ी प्रखंड के वरि. सहायक नरेंद्र सिंह, जल संस्थान के वरि.प्रशासनिक अधिकारी प्रदीप कुमार, पूर्ति निरीक्षक राकेश पंत सहित जिले के विभिन्न विभागों के लोक सूचना अधिकारी, प्रथम विभागीय अपीलीय अधिकारी, सूचना सहायक आदि बड़ी संख्या में उपस्थित रहे.
साथ ही भूतपूर्व सैनिक संगठन, सेवा निवृत्त कर्मचारी समिति, नागरिक मंच के पदाधिकारी, स्थानीय जनप्रतिनिधि और पत्रकारों ने भी संगोष्ठी में प्रतिभाग किया.
इस मौके पर यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष त्रिलोक चंद्र भट्ट ने संगठन और आरटीआई पर संगोष्ठी आयोजन के उद्देश्य बताये. प्रदेश के प्रचार मंत्री पुष्पेन्द्र राणा, जिलाध्यक्ष जसपाल नेगी, महासचिव रतनमणी भट्ट, गणेश नेगी, मुकेश सिंह, दीपक बड़थ्वाल, करन नेगी, जगमोहन डांगी, डबल सिंह मियां, नवीन कुमार आदि शामिल रहे। कार्यक्रम का संचालन मिनाक्षी रावत एवं मनीष खुगशाल ने किया.